भारत के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी महान विद्रोही तिलकामांझी मुर्मू का जन्म सन 11 फरवरी 1750 को बिहार के भागलपुर जिला के सुल्तानगंज प्रखंड के तिलकपुर गांव में संथाल परिवार में हुआ था, बाबा तिलकामांझी मुर्मू ने ब्रिटिश सरकार को दांतो तले नाखून चबाने पर मजबूर कर दिया था, आज तिलकामांझी चौंक पर उनके जन्मदिवस पर तिलकामांझी आदिवासी सुसार बैसी भागलपुर संस्थान के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में संस्थान के सभी कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें श्रद्धा सुमन पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया साथ ही लोगों ने अपने संबोधन में उनके वीरता पर प्रकाश डाला। कई संथाल परिवार ने अपने तीर- कमान का भी पूजा किया साथ ही संथाल युवा- युवती ने नृत्य की प्रस्तुति दी।
वहीं राष्ट्रीय शिल्पकार महासंघ अनुसूचित जाति – अनुसूचित जनजाति अत्याचार निरोधक संस्थान, आदिवासी “उलगुलान” संस्थान के कार्यकर्ताओं ने भी तिलकामांझी के स्टेचू पर एवं शहीद स्थल पर दशरथ शर्मा, श्याम शर्मा ,केशव शर्मा, टुनटुन शर्मा, रविंद्र शर्मा के अलावे कई लोगों ने पुष्पांजलि व माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई, इस कार्यक्रम में बंगाल, झारखंड, गोड्डा, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, बांका से भी लोग आए थे।
तिलकामांझी के जन्मदिवस कार्यक्रम पर प्रोफेसर इलेक्शन रविदास,राजेश हेंब्रम, पलटन हेंब्रम, सुखदेव किसकू, अजय मरांडी, मोतीलाल हेंब्रम, पीटर बेसरा ,बाबूराम बास्की, महेंद्र कोल, माला हेंब्रम ,बादल किसकू के अलावे सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
भारत के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी महान विद्रोही तिलकामांझी मुर्मू का जन्म सन 11 फरवरी 1750 को बिहार के भागलपुर जिला के सुल्तानगंज प्रखंड के तिलकपुर गांव में संथाल परिवार में हुआ था, बाबा तिलकामांझी मुर्मू ने ब्रिटिश सरकार को दांतो तले नाखून चबाने पर मजबूर कर दिया था, आज तिलकामांझी चौंक पर उनके जन्मदिवस पर तिलकामांझी आदिवासी सुसार बैसी भागलपुर संस्थान के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में संस्थान के सभी कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें श्रद्धा सुमन पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया साथ ही लोगों ने अपने संबोधन में उनके वीरता पर प्रकाश डाला। कई संथाल परिवार ने अपने तीर- कमान का भी पूजा किया साथ ही संथाल युवा- युवती ने नृत्य की प्रस्तुति दी।
वहीं राष्ट्रीय शिल्पकार महासंघ अनुसूचित जाति – अनुसूचित जनजाति अत्याचार निरोधक संस्थान, आदिवासी “उलगुलान” संस्थान के कार्यकर्ताओं ने भी तिलकामांझी के स्टेचू पर एवं शहीद स्थल पर दशरथ शर्मा, श्याम शर्मा ,केशव शर्मा, टुनटुन शर्मा, रविंद्र शर्मा के अलावे कई लोगों ने पुष्पांजलि व माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई, इस कार्यक्रम में बंगाल, झारखंड, गोड्डा, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, बांका से भी लोग आए थे।
तिलकामांझी के जन्मदिवस कार्यक्रम पर प्रोफेसर इलेक्शन रविदास,राजेश हेंब्रम, पलटन हेंब्रम, सुखदेव किसकू, अजय मरांडी, मोतीलाल हेंब्रम, पीटर बेसरा ,बाबूराम बास्की, महेंद्र कोल, माला हेंब्रम ,बादल किसकू के अलावे सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।