बिहार में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप और उसके रोकथाम के साथ बाढ़ की स्थिति को लेकर सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी गई. ये जानकारी सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार और स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने दी.
साथ ही राज्य में कोरोना के रोकथाम के लिए प्रशासन की ओर से की जा रही कार्रवाई के बारे में पुलिस मुख्यालय के अपर पुलिस महानिदेशक जितेंद्र कुमार ने जानकारी दी.सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि बाढ़ और कोरोना की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार काफी सजग है और तत्परता से कार्रवाई कर रही है.
उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण की जांच तेजी से कराई जा रही है. जांच में बढ़ोत्तरी के साथ ही संक्रमण की दर में भी कमी आ रही है. पिछले 2 अगस्त को रिकवरी रेट जो 63.97 प्रतिशत था, वो आज बढ़कर 69.71 प्रतिशत हो गया है.
13 करोड़ 25 लाख से अधिक मानव दिवस सृजित
इसके साथ ही सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि रोजगार सृजन पर भी सरकार का पूरा ध्यान है. लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 5 लाख 58 हजार 593 योजनाओं के अंतर्गत 13 करोड़ 25 लाख 81 हजार से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.
24 घंटे में 3,891 लोग स्वस्थ 2,187 नए मामले
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 3,891 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक कुल 72,566 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. बिहार का रिकवरी रेट 69.71 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 2,187 नए मामले सामने आए हैं.
वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 30,989 एक्टिव मरीज हैं. वहीं, उन्होंने बताया कि 15 अगस्त 2020 को 67,212 सैंपल्स की जांच की गई है और राज्य में अब तक की गई कुल जांच की संख्या 16,79,462 है.
16 जिला के 1310 पंचायत बाढ़ से प्रभावित
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया है कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,310 पंचायतें प्रभावित हुई हैं.
जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. खगड़िया में 1 और समस्तीपुर में 9 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. इन सभी 10 राहत शिविरों में कुल 12,670 लोग आवासित हैं. राज्य भर में 723 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं