बिहार में इसी साल बिहार विधानसभा चुनाव होना है वही पक्ष और विपक्ष चुनाव को लेकर सक्रिय नजर आ रहे हैं वही हम पार्टी के अध्यक्ष जीतन राम मांझी का जदयू में आना लगभग तय माना जा रहा है हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा का जदयू से गठबंधन की बात लगभग तय हो गई है। संभवत: गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष जीतन राम मांझी इसकी औपचारिक घोषणा करेंगे। गठबंधन के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं को इसके विलय की आशंका सता रही है। पिछले 2 दिनों से विभिन्न जिलों से कार्यकर्ताओं का मांझी के आवास 12-एम स्टैंड रोड आना लगातार जारी है। कार्यकर्ता विलय नहीं करने की बात पर दबाव दे रहे हैं।
मोर्चा के अंदरूनी सूत्रों ने दोबारा यह साफ कर दिया है कि जदयू के साथ पार्टी का विलय नहीं होगा। कई कार्यकर्ताओं की आशंकाओं को पार्टी नेतृत्व ने सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि पार्टी को समाप्त नहीं किया जाएगा। गठबंधन के बाद ही सीट शेयरिंग की बात की जाएगी।
वैसे, 16 विधानसभा सीटों पर पार्टी ने पूरी तैयारी रखी है। बताया गया कि गठबंधन होता है तो पार्टी जदयू से इतनी ही सीटों की मांग भी करेगी। सीटों की संख्या में कुछ कमी बेशी कोर कमेटी की बैठक में तय किया जाएगा। पार्टी ने अधिकतर मगध प्रमंडल के सीटों पर ही अपनी दावेदारी की है। वैसे पार्टी का शीर्ष नेतृत्व कोसी, पूर्णिया क्षेत्र के कुछ सीटों को अपने प्रभाव क्षेत्र में मान रहा है।जीतन राम मांझी की पार्टी हम को टेलिफोन की जगह नया चुनाव चिन्ह मिलेगा
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को अब नया चुनाव चिन्ह मिलेगा। पुराना चुनाव चिन्ह टेलीफोन अब बदल दिया जाएगा।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कार्यकर्ताओं की वर्चुअल बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नियमानुसार दो चुनावों में 4% वोट नहीं मिलने और कम से कम 2 उम्मीदवार नहीं जीतने के कारण यह चुनाव चिन्ह बदला जा रहा है। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार ही यह बदलाव होगा। उन्होंने कहा कि दलितों के आरक्षण, प्रोन्नति में आरक्षण ,समान शिक्षा, दलित उत्पीड़न एक्ट को संविधान की नौवीं सूची अनुसूची में लाने के उनके संघर्ष में जो पार्टी साथ देगी, वे उसी के साथ रहेंगे।