तंग जगह पर भारी मात्रा में पटाखा और बारूद में विस्फोट होने से हुई थी इतनी बड़ी तबाही
रिपोर्ट:-निभाष मोदी, भागलपुर l
भागलपुर,आज़ाद ने पूछताछ में स्वीकार किया कि लीलावती के पटाखा व्यवसाय में उसने पैसे लगाए थे और पटाखा की बिक्री में सहयोग करता था। यद्यपि काफी समय तक वह कुछ भी बताने को तैयार नही हुआ। लेकिन वह इस प्रश्न का जवाब नही दे पाया कि घटना के बाद वह घटनास्थल पर क्यों नही पहुंचा जबकि उसका काफी नुकसान हुआ था। वह घटनास्थल पर जाने की बजाय फोन के माध्यम से लोगों से जानकारी ले रहा था।
शुरू में उसने इस बात से भी साफ इंकार कर दिया कि उसे लीलावती द्वारा पटाखा निर्माण की जानकारी थी। लेकिन काफी पूछताछ के बाद लीलावती के व्यवसाय में वित्तिय रूप से सहयोग करने तथा पटाखा की बिक्री में सहयोग करने की बात स्वीकारी।
नवीन मण्डल ने भी अपने स्वीकारोक्ति बयान में आज़ाद द्वारा पटाखा व्यवसाय में संलग्न होने की पुष्टि की है।नवीन मण्डल ने ही आशीष के द्वारा बारूद सप्लाय की जानकारी दी थी।
आशीष से पूछताछ के बाद पटाखा निर्माण में उपयुक्त होने वाला पदार्थ का एक बोरा ट्रांसपोर्ट से बरामद हुआ है जिसकी डिलीवरी आशीष नही ले सका था । विस्फोटक जैसे पदार्थ का एक अन्य कन्टेनर आशीष के घर मे बने तहखाने से बरामद हुआ है।
आशीष काफी समय से कोलकाता से विस्फोटक पदार्थ लाकर लीलावती, महेंद्र मण्डल, नवीन मण्डल, गुड्डू उर्फ अशोक मण्डल आदि को सप्लाई कर रहा था।
कलकत्ता की जिस दुकान से ये सामग्री लायी जाती थी, एसआईटी की टीम ने वहाँ जाकर सम्बंधित दुकानदार से भी पूछताछ की।
वह लाईसेंसी दुकानदार है। उसने आशीष द्वारा खरीदारी के बिल भी दिखाए।नवीन मण्डल ने यह भी बताया कि घटना के दिन उसके द्वारा 40 पेटी लहसुनिया पटाखे तैयार करके रखे गए थे। इसके अलावा पटाखा निर्माण हेतु काफी मात्रा में बारूद भी मौजूद था।
लीलावती के घर में किसी दुर्घटना के कारण पटाखों में विस्फ़ोट हुआ जिससे इनके घर मे रखे पटाखों में भी विस्फ़ोट हो गया। बारूद की मात्रा काफी अधिक होंने के कारण विस्फ़ोट काफी शक्तिशाली था।
आस पास के लोगों के बयान, गिरफ्तार अभियुक्तों के बयान, तथा ats, fsl तथा बम डिस्पोजल आदि टीम की प्रारंभिक जांच तथा गुप्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी से ये बात स्पष्ट हुई है कि ये विस्फोट भारी मात्रा में पटाखे और बारूद एक तंग जगह पर इकट्ठा होने तथा उसमें किसी कारणवश विस्फ़ोट होने के कारण हुआ है।