दो अप्रैल से चैत्र नवरात्र(चैती नवरात्र) आरंभ हो रहा है। इस मौके पर जिले में कई जगहों पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाती है। जिला मुख्यालय के पूर्वी केबिन ढाला दुर्गा मंदिर, राजेंद्र चौक स्थित बड़ी वसंती चैती दुर्गा मंदिर, अघौरी स्थान खगड़िया आदि जगहों पर प्रतिवर्ष धूमधाम से चैती नवरात्र पर पूजा-अर्चना की जाती है।
चैत्र नवरात्र आत्मशुद्धि और मुक्ति का आधार: स्वामी आगमानंद जी महाराज
इधर श्री शिव शक्ति योग पीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने बताया कि देवी भागवत पुराण के अनुसार पूरे वर्ष में चार नवरात्र होते हैं। दो गुप्त, तीसरे शारदीय और चौथे चैत्र नवरात्र। अमूमन लोग गुप्त नवरात्र के बारे में कम ही जानते हैं। साल में दो बार होने वाले शारदीय और चैत्र नवरात्र के बारे में ज्यादातर लोगों की जानकारी होती है।
2 अप्रैल – चैत्र नवरात्रि प्रारंभ, घटस्थापना
3 अप्रैल – चैत्र नवरात्र का दूसरा दिन- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
4 अप्रैल – चैत्र नवरात्र का तीसरा दिन- मां चंद्रघंटा की पूजा
5 अप्रैल – चैत्र नवरात्र का चौथा दिन- मां कुष्मांडा की पूजा
6 अप्रैल – चैत्र नवरात्र का पांचवा दिन- मां स्कन्दमाता की पूजा
7 अप्रैल – चैत्र नवरात्र का छठा दिन- मां कात्यायनी की पूजा
8 अप्रैल- चैत्र नवरात्र का सातवां दिन- मां कालरात्रि की पूजा
9 अप्रैल- चैत्र नवरात्रि का आठवां दिन- मां महागौरी की पूजा
10 अप्रैल- नौवां दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा
11 अप्रैल – चैत्र नवरात्रि पारण