निभाष मोदी, भागलपुर।
भागलपुर, जहरीली शराब पीने से कई लोगों की आंखों की रोशनी जा रही है और कई लोगों की मौतें हो चुकी हैं। इसको लेकर प्रशासन काफी सख्त रवैया अपनाते हुए कई जगह छापेमारी व पूछताछ कर रही थी इसी बाबत आज 6 लोगों को हिरासत में लिया गया। यह जानकारी सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने आज प्रेस वार्ता में दी।
20 मार्च को भागलपुर जिला के विश्वविद्यालय ओ ० पी ० अन्तर्गत हुयी संदिग्ध परिस्थिति में मौत के प्रारम्भिक जांच में जे ० एल ० एन ० एम ० सी ० एच ० में ईलाजरत अरविन्द यादव द्वारा बताया गया कि इनके द्वारा अभिषेक कुमार तथा मिथुन कुमार के साथ मिलकर 18 मार्च को शराब का सेवन किया गया था । अरविन्द यादव द्वारा दिये गये ब्यान के आधार पर तातारपुर ( विश्वविद्यालय ) थाना में केस दर्ज किया गया था। शराब सागर चौधरी तथा सचिन चौधरी से खरीदा था । सागर चौधरी एवं सचिन चौधरी की गिरफ्तारी / छापामारी के क्रम में . दोनों अभियुक्त को 1 लीटर शराब के साथ गिरफ्तार किया गया ।
गिरफ्तार अभियुक्त सागर चौधरी तथा सचिन चौधरी से पूछ – ताछ किया गया तो उन्होंने अपनी संलिता स्वीकार करते हुए यह बताया कि ये लोग शराब सोनु साह उर्फ लोहा सिंह , तथा सतीश चौधरी से शराब लिये थे । सोनू साह के द्वारा बताया गया कि अजय सिंह अपने से शराब गोड्डा भागलपुर तक लेकर आता था । सतीश , सोनू तथा अजय तीनों मिलकर भागलपुर जिला में गोड्डा से लाकर नकली शराब का सप्लाई करता था । सोनू साह उर्फ लोहा सिंह तथा अजय सिंह के निशानदेही पर हरियारी गांव में छापामारी की गई । जहाँ से मनोज मंडल , अमित मंडल ,. मंटू मंडल , कुंदन मंडल , गुणादर मंडल सभी को हरियारी थाना परैयाहाट गोड्डा एवं अवधेश कुमार को बाँसी से गिरफ्तार किया गया ।
भागलपुर पुलिस के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए भागलपुर जिला के 04 मुख्य अभियुक्तों तथा 06 अन्तर्राज्यीय शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया गया है , जो नकली विदेशी शराब का निर्माण कर बिहार में आपूर्ति करता था । इस प्रकार नकली शराब के अन्तर्राज्यीय नेटवर्क को ध्वस्त किया गया है ।
इन लोगों से पूछ – ताछ के आधार पर तथा इनकी निशानदेही के आधार पर हरियारी गाँव में छापामारी किया गया । छापामारी करके शराब की बोतल के ढक्कन के ऊपर चिपकाने वाला , झारखण्ड सरकार का उत्पाद लोगो 150 पीस , एक पॉलिथीन में रखा मैक डुअल कंपनी का ढक्कन एवं कई सामग्री जब्त किए गए एवं दुमका में विमल मंडल के विरुद्ध छापामारी के क्रम में उसके घर से प्लास्टिक के गैलन में रखे नकली शराब बनाने में प्रयोग किये जाने वाले रंग जिसपर कारमेल कलर तथा स्टीकर चिपका एवं शीशा के सीलबंद बोतल भी मिले।