सांसद अजय मंडल पर आरडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता ने गाली-गलौज करने व कमीशन वसूली के गंभीर आरोप लगाये हैं. मंगलवार को गोपालपुर विधायक के सामने कार्यपालक अभियंता ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफा देने की बात कही. हालांकि सांसद अजय मंडल ने कार्यपालक अभियंता के आरोप को निराधार बताया.
जानकारी के अनुसार मंगलवार को लक्ष्मीनिया कदवा में सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास करने विधायक गोपाल मंडल पहुंचे थे. पंचायत के मुखिया पंकज जायसवाल, जिप सदस्य नंदनी सरकार, मणिकांश राय, वजीर अली आदि प्रतिनिधि मौजूद थे. विधायक व अन्य स्थानीय
जनप्रतिनिधियों के समक्ष कार्यपालक अभियंता रामाशीष कुमार ने सांसद अजय मंडल पर गाली देने व कमीशन वसूली करने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा देने की बात कही. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि उनकी सांसद से फोन पर तीन मिनट चालीस सेकेंड की बात हुई. उन्होंने एक रोड के बारे में पूछते हुए कहा कि कहां-कहां कौन टेंडर निकाले हैं. एक रोड के बारे में उन्होंने कहा कि जाने वक्त सड़क पर पानी था तो चले गये लेकिन लौटने वक्त गाड़ी चल नहीं पा रहा है. जब सांसद से रोड का नाम मांगा तो
भद्दी-भद्दी गालियां दी. रामशीष ने कहा कि ऐसी परिस्थित में काम नहीं हो सकता है. वह आज ही अपना त्यागपत्र सचिव के नाम से पोस्ट करेंगे. स्थिति अब बर्दाश्त से बाहर है. हमारा भी सम्मान है. सम्मान खोकर नौकरी नहीं कर सकता. हम भी राजनीति कर सकते हैं. इसका यह मतलब नहीं कि सबको बुलावें और उससे कमीशन की मांग करें. सांसद पूरे भागलपुर के लोगों व इंजीनियर को परेशान कर रहे हैं. जो उचित नहीं है. सांसद व उनके लोगों का मोबाइल जांच हो तो पता चल जाएगा कि किस-किससे पैसे की मांग हो रही है. उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से भी जांच की मांग करते हुए कहा कि ऐसी स्थित में भागलपुर का विकास संभव नहीं है.
वहीं इस मामले में सांसद अजय कुमार मंडल ने कहा कि वह गोपालपुर थाना क्षेत्र के इस्माइलपुर बिंद टोली तटबंध का निरीक्षण करने गये थे. इसी दौरान बुद्धूचक सैदपुर के बीच बन रहे आरडब्ल्यूडी ग्रामीण कार्य विभाग की सड़क की गुणवत्ता की जांच करने की बात कार्यपालक अभियंता से कहा. उनके द्वारा फोटो एवं वीडियो बनवा कर भेजने को कहा गया, जो कि एक सांसद के लिए अमर्यादित है. नवगछिया में सड़क निर्माण में भारी अनियमितता है. मैंने इनके ऊपर विशेषाधिकार के तहत लोकसभा अध्यक्ष को लिखित नोटिस दिया है. जिसकी जांच चल रही है. अपने कुकर्मों पर पर्दा डालने के लिये मनगढ़न्त आरोप लगा रहे हैं.