कोरोना संक्रमण के दौरान छुट्टी पर चल रहे छात्रों के लिए हॉस्टल व लॉज का किराया देना परेशानी का सबब बन रहा है। लॉज संचालक छात्रों को पैसा देने या फिर सामान हटाने की धमकी दे रहा है। इससे परेशान छात्रों ने विभिन्न छात्र संगठनों से संपर्क कर अपनी परेशानी बतायी। इसी को लेकर बुधवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के जिलाध्यक्ष आर्यन राज प्रतिनिधियों के साथ डीएम कार्यालय में जाकर ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने जिलाधिकारी से छात्रहित में तीन माह की फी माफी कराने की मांग की। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष ने कहा कि छात्रों ने बताया कि बंदी की वजह से अभिभावकों की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी है। ऐसी स्थिति में लॉज का किराया देना संभव नहीं है। डीएम कार्यालय में जाकर ज्ञापन देने वालों में जिला उपाध्यक्ष विकास सिंह, नीरज कुमार, अनमोल आदि शामिल थे।
यूजीसी के खिलाफ किया प्रदर्शन
वहीं एनएसयूआई विवि कमेटी के सदस्यों ने सराय चौक पर यूजीसी के द्वारा दिए गए निर्देश एवं गृह मंत्रालय के आदेश के विरोध में प्रदर्शन किया। छात्रों ने कहा कि कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ते जा रहा है। ऐसे में अगस्त-सितंबर में परीक्षा लेने का आदेश दिया गया है। विवि अध्यक्ष सुमित कुमार ने कहा कि संक्रमण में घरों से निकलने की मनाही है ऐसे में परीक्षा केंद्रों पर छात्र कैसे सुरक्षित पहुंचेंगे।
वहीं विवि उपाध्यक्ष ने कहा कि गरीब छात्र-छात्राओं के पास स्मार्ट फोन एवं लैपटॉप नहीं है। ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई का क्या मतलब रहा। 10 प्रतिशत छात्र ही ऑनलाइन से जुड़ पाए हैं। एनएसयूआई मांग करती है कि कक्षाओं में सामान्य प्रोन्नति दी जाए। विरोध-प्रदर्शन में आर्यन राज, विनित, विकास सिंह, अनमोल, प्रदीप एवं कई एनएसयूआई के कार्यकर्ता उपस्थित थे।