निभाष मोदी, भागलपुर।
भागलपुर,कोरोना की चौथी लहर आने के बीच देश में कोविड-19 के मामलों में बेतहाशा वृद्धि देखी जा रही है। वैश्विक स्तर पर यदि देखा जाए कोविड का यह नया बी.ए 2 और ए .एक्स .आई वेरिएंट्स है ।जिसका खासा असर चीन के शंघाई शहर में देखने को मिला है। वहीं भारत में अगर एनसीआर रीजन की ओर रुख करें तो वहां भी इस वैरीअंट के ज्यादातर केसेस देखने को मिले हैं।
इसी कड़ी में भागलपुर के मायागंज अस्पताल का जायजा लेने पर यह सामने आया है की, अबतक इस वैरीअंट का कोई भी मरीज यहां नहीं पाया गया है। वहीं चौथी लहर को लेकर मायागंज अस्पताल कितना तैयार है, साथ ही अगर चौथी लहर में कोई भी केस भागलपुर में पाया जाता है, तो उससे बचाव कैसे करें।इसकी खास जानकारी मायागंज अस्पताल के अधीक्षक असीम कुमार दास ने साझा किया है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में कोरोना के तीसरी लहर में आए ओमिक्रोन बी.ए 1 वेरिएंट का यह अपग्रेडेड वर्जन है,जोकि इंग्लेंड में पाया गया था और उस वक्त संक्रमित लोगों की संख्या हज़ार से ऊपर थी। साथ ही कहा की यह पिछले वैरीअंट के मुकाबले ज्यादा खतरनाक है।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग कोविड-19 का दोनों डोज लगवा चुके हैं, उन पर इस वैरीअंट का खासा असर नहीं हो पाएगा। अस्पताल अधीक्षक ने चौथी लहर में अस्पताल की सुव्यवस्था को लेकर कहा कि कोविड-के तीनों फेज में मायागंज अस्पताल पूरी तरह से तैयार रहा। और यहां के चिकित्सक भी डटे रहे,हालांकि शुरुआती दौर में कुछ समस्याएं तो हुई ,लेकिन बाद में इस पर नियंत्रण पा लिया गया। अस्पताल अधीक्षक ने मायागंज अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों के कार्यशैली की सराहना करते हुए यह कहा कि चौथे वेरिएंट में भी अस्पताल पूरी तरीके से तैयार है। साथ ही मरीजों की समस्या से संबंधित सारी सुविधाएं एवं आधुनिक उपकरण से अस्पताल लैस है।