निभाष मोदी,भागलपुर।
भागलपुर – युवा राजद के भागलपुर जिलाध्यक्ष मो अशफाक आलम ने बताया कि हमें व नवगछिया के जिलाध्यक्ष कांतेश कुमार यादव को बिना किसी सूचना के पद से हटा दिया गया है. जबकि दो दिन पहले तक सदस्यता अभियान चलाया और राजद से जुड़े लोगों की रसीद और पैसे जमा किये हैं, ये निष्कासन राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, युवा प्रदेश अध्यक्ष कारी सोएब व युवा राजद प्रदेश प्रवक्ता अरुण यादव के आरोप निराधार अरुण यादव सामंतवादी एवं शोषणकारी मानसिकता को दर्शाता है.
युवा राजद के भागलपुर जिलाध्यक्ष रविवार को स्थानीय होटल में संवाददाता सम्मेलन कर रहे थे. यहां उन्होंने इस कार्रवाई का विरोध प्रदर्शन भी किया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश प्रवक्ता के साथ-साथ प्रदेश युवा अध्यक्ष हमेशा कुछ न कुछ मांग करते हैं. कतरनी चूड़ा, चावल, अंग के चादर कभी पटना तो कभी दिल्ली भेजवाते रहते हैं. हमारे ऊपर हमेशा दबाव बना रहता है
कि मांग पूरा नहीं होने पर जिलाध्यक्ष पद से विमुक्त कर दिया जायेगा. प्रदेश प्रवक्ता अरुण यादव ने फोन किया और 10 मई को स्टेशन स्थित एक होटल में कार्यक्रम निर्धारित है, जिसका सारा खर्च करीब 50 हजार रुपये आयेगा और यह उन्हें व नवगछिया के युवा राजद अध्यक्ष को वहन करना होगा. इनकार करने पर दोनों को जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव व युवा राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बुलो मंडल से निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाने की मांग की है.
आरोप निराधार है
युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता अरुण यादव ने कहा है कि सभी आरोप निराधार और झूठे हैं. आठ माह पहले जिलाध्यक्ष बनाया गया. संगठनात्मक कार्यों में कोई रुचि नहीं ली गयी. लगातार ढोया गया. दल विरोधी कार्य सोची-समझी साजिश के तहत किसी के इशारे पर कर रहा है. उन्हें पद से ही न मुक्त किया गया है, अभी तो वह दल में हैं. प्रूफ के साथ अपनी बातें रखें. इसके लिए कमेटी बनी है. ऐसे वह पार्टी के प्रति प्रतिबद्ध नहीं हैं. पार्टी सारी चीजें देख रही है.