भागलपुर: जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में कोरोना से अब तक 69 की मौत हो चुकी है। आए दिन अस्पताल में दवा नहीं मिलने का आरोप भी मरीज लगा रहें हैं। वहीं, अस्पताल प्रशासन की अनदेखी से 38 हजार दवाइयां एक्सपायर हो गईं। इसकी कीमत करीब पांच लाख है। इनमें कुछ दवाइयां विटामिन सी और आयरन की है जो कोरोना मरीजों को भी दिए जाते हैं।
दवाइयों के एक्सपायर होने पर कई सवाल उठने लगे हैं। जब दवाइयां आपूर्ति हुई थी तो इसे मरीजों के बीच क्यों नहीं वितरण किया गया? औषधि विभाग ने इन दवाइयां के बारे में अस्पताल प्रशासन को अवगत कराया? ऐस कई सवाल व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर रहा है।
————————–
आउटडोर बंद होने से नहीं हो सका वितरण
जब से मेडिकल अस्पताल को कोरोना अस्पताल के रूप में तब्दील किया गया है। तब से यहां आउटडोर में मरीजों का आना-जाना बंद है। हर दिन एक हजार से 12 सौ के बीच नए-पुराने मरीज पहुंचते थे।
————–
समझें औषधि विभाग के नियम
औषधि निरीक्षक दयानंद ने बताया कि दवा एक्सपायर होती है तो डिस्पोजल के लिए कमेटी के सदस्य तय करते हैं। कमेटी में अधीक्षक, औषधि निरीक्षक, फर्मासिस्ट, दवा भंडारपाल आदि रहते हैं। उन्होंने कहा कि जुलाई में दवा एक्सपायर की जानकारी डॉ. आरसी मंडल द्वारा दी गई थी। दवा की सूची और रजिस्टर मेंटेन के लिए कहा गया था। दोबारा फिर मुझे इसकी जानकारी नहीं दी गई।
————-
————–
एक्सपायर दवाओं की सूची
दवा का नाम संख्या
मल्टी विटामिन सीरप 12646
आयरन फोलिक एसिड सीरप 6212
जिंक 1250
एमॉक्सलीन 500 एमजी – 2400
जिंक टेबलेट – 2843
मैफेनेनिक एसिड टेबलेट – 11585
टेटवेक इंजेक्शन – 1000
कैपेसीटा बाइन (कैंसर की दवा)- 100
————————– कोट :
-दवाइयां एक्सपायर हुई हैं, कितनी संख्या में दवाएं एक्सपायर हुई हैं इसकी जानकारी ली जाएगी। शीघ्र ही दवाओं को डिस्पोजल कराया जाएगा।
-डॉ. अशोक भगत, अधीक्षक, जेएलएनएमसीएच।