मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ग्राम पंचायत के मुखिया जी, याद कर लें। जबसे हमलोगों को काम करने का मौका मिला, तभी से हमने कहा है कि केवल हम ही सरकार नहीं हैं। ग्राम पंचायत भी सरकार है। इसलिए पंचायतों में बन रहे भवन का नामकरण किया गया है, ‘पंचायत सरकार भवन’। पंचायत सरकार के आप ही मुख्य हैं। पंचायत सरकार भवन के निर्माण के लिए मुखिया को ही राशि आवंटित की जाती है। एक करोड़ से अधिक की राशि का भवन आपको बनना है।
मुख्यमंत्री हर घर नल का जल और हर घर तक पक्की गली-नाली योजना का उद्घाटन करने के बाद अपना संबोधन दे रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 वें वित्त आयोग से आग्रह किया है कि पंचायत सरकार भवन के लिए अतिरिक्त राशि दें। हर पंचायत में उच्च माध्यिमिक विद्यालय के लिए भी राशि मांगी है। राशि वे दे देंगे तो बहुत तेजी से पंचायत सरकार भवन बनेगा। इस भवन में पंच-सरपंच के लिए भी जगह दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आपदा के समय भी मुखिया से काम लिया जाता है, पर कुछ जगहों पर वे लोग कहे हैं कि सारा काम उनलोगों के द्वारा ही किया जा रहा है। सरकार कुछ नहीं कर रही है। इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए।
पहले वार्ड सदस्य को कोई पूछता था?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सवालिया लहजे में कहा कि पहले वार्ड के सदस्यों को कोई पूछता था? अब देख लीजिए। हमनें हर वार्ड सदस्य को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं मुखिया का भी काम पहले से बढ़ गया है। सबको काम करने का मौका मिला। सबलोग मिलकर चलिए, एक-दूसरे का सम्मान करे। विकेंद्रीतरण से काम होगा तो विकास और तेज होगा।