बिहपुर- झंडापुर के काली कबूतरा स्थान परिसर में चल रहे राष्ट्र सेवा दल के पांच दिवसीय युवा प्रशिक्षण के तीसरे दिन शुरुआत झंडोत्तोलन से हुआ.झंडोत्तोलन राष्ट्र सेवा दल ,बिहार के कार्याध्यक्ष उदय के हाथों हुआ. झंडावंदन में बिहार राष्ट्र सेवा दल के संगठक कारु और सचिव रविन्द्र कुमार सिंह शामिल थे .वही दृष्टि निर्माण के दो सत्र हुए .प्रथम सत्र के वक्ता श्री उदय थे. जिन्होंने वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर चर्चा की.उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि विज्ञान परखा हुआ तथ्यात्मक सत्य है ,इसलिये सार्वभौमिक है .
आस्था और वैज्ञानिक सत्य में हमेशा टकराहट होते रही .आर्यभट्ट ने जब कहा कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती और शून्य में अवस्थित है. उस वक्त ऐसे आस्थावान जो मानते थे कि पृथ्वी शेषनाग के फन पर टिका है. उन्होंने ने आर्यभट्ट को धर्म विरोधी करार दिया.गैलेलियो को यह कहने पर कि धरती सूरज की परिक्रमा करती है कहने पर प्रताड़ित होना पड़ा.अगर उस वक्त वैज्ञानिक तथ्य को स्वीकार नहीं किया गया होता तो स्पेस विज्ञान इतना आगे नहीं बढ़ता , हम चांद और मंगल पर नहीं पंहुच पाते।
जाति ,धर्म ,नस्ल सभी मनुष्य निर्मित है.जिसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।प्रथम सत्र की अध्यक्षता गौतम कुमार प्रीतम और संचालन अनुपम आशीष ने की .दूसरे सत्र की मुख्य वक्ता सुषमा कुमारी ने लैंगिक विषमता और लैंगिक न्याय पर बात करते हुए कहा कि औरतों के साथ भेदभाव और विषमता दुनियां की सबसे बड़ी विषमता है , जिसका आधार पुरुषसत्तात्मक व्यवस्था है .वही प्रशिक्षक बाबा नदाफ , दीप प्रिया और नन्द लाल मंडल के देखरेख में लेजिम , डांडया ,एरोबिक्स ,कवायद ,झांझ आदि का प्रैक्टिस कराया.