तटबंध के समीप भीषण कटाव होने से ग्रामीणों में दहशत
खरीक प्रतिनिधि कोसी बाढ़ से आम लोगों को सुरक्षित बचाने के लिए बनाए गए कालूचक जमीनदारी तटबंध के समीप तकरीबन 400 मीटर के दायरे में भीषण कटाव शुरू हो गया है. कटाव तेज होने से जमीनदारी बांध के अस्तित्व पर संकट का बादल मंडराने लगा हैं. जमींदार से कुछ ही दूरी पर भीषण कटाव जारी है. लगातार हो रहे भीषण कटाव को अविलंब नहीं रोका गया तो पूरा जमीनदारी तटबंध कट कर कोसी में समा जाएगा.
जमींदारी तटबंध कट कर ध्वस्त हो जाने से पूरे कोसी क्षेत्र में रहने वाले लोग बाढ़ से असुरक्षित हो जाएंगे. तटबंध ध्वस्त हो जाने से लाखों की आबादी प्रभावित होगी.
किसानों की सैकड़ों बीघे में लगी केले मक्के और धान की फसलें बर्बाद हो जाएगी. तटबंध के समीप महज 5 मीटर की दूरी पर लगातार कटाव होने से तटीय क्षेत्र में रह रहे लोगों और किसानों में दहशत हैं. इस बाबत स्थानीय ग्रामीणों ने अंचलाअधिकारी और जिला प्रशासन को सूचना देकर अविलंब कटाव रोकने की मांग की है. कालूचक के ग्रामीणों का कहना है कि अगर जमीन दारी बांध को कटाव की जद में आने से नहीं रोका गया तो बाढ़ के समय में भीषण तबाही मचेगी. कालूचक, विश्वपुरिया और आसपास के गांव का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. तटबंध ध्वस्त होने की स्थिति में डाकघर प्राथमिक विद्यालय कालूचक मध्य विद्यालय कालूचक ध्वस्त होकर खुशी में समा जाएगा. ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग से अविलंब मुआयना कर कटाव रोकने की गुहार लगाई है.
क्या कहते हैं अंचलाधिकारी
खरीक अंचल अधिकारी निशांत कुमार ने इस संदर्भ में पूछे जाने पर बताया कि कालूचक में हो रहे कटाव को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा. कटाव स्थल का मुआयना कर जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग को सूचना दी जाएगी ताकि उस पर काम किया जा सके.