बिहपुर- जयरामपुर के गुवारीडीह कोसी किनारे स्थित गुवारीडीह टीला अपने दामन में हजारों साल पहले का पुरातात्विक अवशेष समेटे हुये हैं।टीले को कोसी कटाव से बचाने को लेकर बाढ़ नियंत्रण अवर प्रमंडल नवगछिया के द्वारा 500 मीटर में युद्धस्तर पर कटाव निरोधी कार्य किया जा रहा है।इस कटाव निरोधी कार्य के संवेदक किशोर कुमार है।
वही कटाव निरोधी काम करवा रहे संवेदक पिंटू चौधरी ने बताया कार्य पांच करोड़ की लागत से गैबियन,एनसी और जियो बैग से काम हो रहा है.यहां दिनरात 300 मजदूरों के द्वारा काम किया जा रहा है.मंगलवार को विभाग के कार्यपालक अभियंता दिनेश कुमार एवं एसडीओ धीरेन्द्र कुमार ने भी कटावरोधी कार्य का जायजा लिया और बताया की कटावनिरोधी कार्य थोड़ा विलंब से शुरू हुआ है.लेकिन कार्य समय से पहले ही समाप्त कर लिया जाएगा.
इसके लिये बाढ़ नियंत्रण अवर प्रमंडल के पदाधिकारी दिनरात केम्प कर समय पर कार्य पूरा कराने में जुटे है.क्षेत्रीय विधायक ई शैलेंद्र के आग्रह पर सीएम नीतीश कुमार 20 दिसंबर 2020 को गुवारीडीह में कोसी कटाव के कारण धस्त होने के बाद स्थानीय लोगों को मिल रहे प्राचीण चंपा सभ्यता से जुड़े प्रमाणिक अवशेष व सामग्री समेत अवशेष स्थल का अवलोकन करने पहुंचे थे और टीले को कटाव से बचाने का निर्देश दिये थे.