रिपोर्ट:-निभाष मोदी, भागलपुर।
भागलपुर, बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के सभागार में 22वीं प्रसार परिषद की दो दिवसीय बैठक की गई।बैठक में बीते छह माह के दौरान विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशालय द्वारा किए गए कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला गया, और उपलब्धियां गिनाई गई, बैठक में भाग ले रहे सभी कृषि विज्ञान केंद्रों के संबंधित प्रधान वैज्ञानिकों द्वारा प्रगति प्रतिवेदन पढ़ा गया। साथ ही खरीफ 2022 के लिए किसान उपयोगी कार्य योजना पर भी विचार मंथन हुआ, कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरुण कुमार कर रहे थे। उन्होंने बैठक के दौरान सभी डीन डायरेक्टर और विभाग के अध्यक्षों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। कुलपति ने कहा कि कृषि विकास की दिशा में किए जा रहे उपयोगी कार्यों में जहां भी कुछ कठिनाइयां हो उसे तत्काल दूर किए जाएं, साथ ही किसानों की समस्या को सूचीबद्ध कर उसके निदान की दिशा में ठोस कार्य योजना तैयार किये जाएँ, कुलपति ने कहा कि खेसारी, सोयाबीन ईख और आलू की खेती का क्षेत्र विस्तार को लेकर शोध प्रारूप तैयार करने की बात कही। चावल के शोध में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्थान ईरी, फिलीपींस के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी करार करने की जरूरत पर बल दिया, बैठक में मंचासीन अतिथियों ने संयुक्त रूप से बीएयू द्वारा प्रकाशित कृषि संदेश का भी विमोचन किया, बैठक में आमंत्रित अतिथि के रूप में सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय एवं प्रौद्योगिकी, मेरठ के पूर्व निदेशक डॉ ओमप्रकाश सिंह, इंटरनेशनल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट के शिक्षा हेड डॉ गोपेश तिवारी और इरी-इसार्क, वाराणसी के निदेशक डॉ सुधांशु सिंह उपस्थित थे।