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कटाव से पीड़ित ग्रामीणों ने कहा- घर के साथ साथ हम सभी परिवार कोसी नदी में समा जाएंगे

सरकार और स्थानीय प्रशासन की भारी लापरवाही, इस बार कोसी की कटाव से बदल सकता है भूगोल

भागलपुर के नवगछिया में गंगा व कोसी नदी भारी तबाही मचा रही हैं। दर्जनों गांव में कटाव हो रहा है। इससे लोग सहमे हुए हैं। तकरीबन 10 हजार परिवारों को विस्थापित होने के बाद भी दर्जनों गांवों में कटाव का खतरा मंडरा रहा है। रंगरा प्रखंड के मदरौनी जहांगीरपुर बैसी, नवगछिया प्रखंड के कोरचक्का, शोकचा में कटाव हो रहा है। सबसे खराब स्थिति जहांगीरपुर बैसी की है। वहां पर काफी तेज कटाव हो रहा हैं।


गांव के मु. गफ्फार का कहना है कि कटाव निरोधी कार्य में काफी अनियमितता बरती गई है। इस कारण कटाव निरोधी कार्य के बावजूद काफी तेज कटाव है। मदरौनी में सात करोड़ रुपये की लागत से 15 जगहों पर बेडबार बनाया गया है। पांच सौ मीटर में जीओ बैग लगाया गया है। जहांगीरपुर बैसी में 80 लाख रुपये की लागत से कटाव रोकने के लिए दो जगहों पर परक्युपाइन दो रोल लगाया है। इसके बावजूद कटाव हो रहा है। कटाव गांव के काफी करीब पहुंच गया है।

ग्रामीणों के बार-बार गुहार लगाने के बाद फ्लड फाइङ्क्षटग के तहत कार्य आरंभ तो किया गया है, ङ्क्षकतु वह ऊंट के मुंह में जीरा के समान है।गांव के एक ग्रामीण का कहना हैं कि फ्लड फाइङ्क्षटग के तहत कार्य होने के बाद भी लगातार कटाव हो रहा है। कटाव रोकने के लिए किनारे में बोरी में बालू भरकर रखा गया था। वह भी कट गया। गांव के लोग कटाव रोकने के लिए रतजगा कर रहे हैं।
नवगछिया प्रखंड के कोरचक्का की स्थिति भी खराब है। गांव के पास सड़क किनारे एक किलोमीटर तक कटाव हो रहा है। कटाव में प्रधानमंत्री योजना से बनी सड़क कभी भी नदी में समा सकती है। सड़क कटने के पश्चात कोरचक्का, उजानी सहित आधा दर्जन गांव के आवागमन प्रभावित हो जाएगा।

सड़क के पश्चात लोगों का घर भी कटना आरंभ हो जाएगा। कोरचक्का गांव के लोग पहले भी कटाव से विस्थापित हो चुके हैं। पुनामा पताप नगर कटने के पश्चात विस्थापित परिवार कोरचक्का में आकर बस गए। कोरचक्का में कटाव का खतरा मंडराने लगा हैं। गांव के अमलेंदु कुमार का कहना हैं कि फ्लड फाइङ्क्षटग के तहत मिट्टी भर कर बोरी, व बांस डाला जा रहा है, ङ्क्षकतु इन कार्य के बावजूद कटाव रुक नहीं रहा है।

नवगछिया प्रखंड के शोकचा में भी कटाव हो रहा हैं। गांव के गौरीशंकर राय कहते हैं कि कटाव रोकने के लिए कोई कार्य नहीं हो रहा हैं। कटाव की सूचना जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों को भेजी गई है, ङ्क्षकतु कोई देखने नहीं पहुंचा हैं। कटाव का खतरा गांव पर मडरा रहा हैं। कटाव नहीं रोका गया कई लोगों का घर नदी में विलीन हो जायेगा। खरीक, बिहपुर प्रखंड के कई गांव में कटाव हो रहा हैं।

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