चकय के चक धूम समर कैंप समापन समारोह में गूंजी बच्चों की किलकारी और बिखेरी सतरंगी छटा।
खराब मौसम के बावजूद बच्चों का कम नहीं हुआ उत्साह क्या बेहतरीन कार्यक्रमों का प्रदर्शन।
आज दिनांक 18 जून 2022 को स्थानीय जगलाल उच्च विद्यालय परिसर में किलकारी बिहार बाल भवन भागलपुर द्वारा आयोजित 21 दिवसीय चकय के चक धूम समर कैंप का समापन समारोह का आयोजन किया गया। विगत 29 मई से 18 जून तक किलकारी द्वारा संचालित समर कैंप में 2000 से भी अधिक बच्चों ने लोक नृत्य, शास्त्रीय नृत्य, वेस्टर्न नृत्य, लोक संगीत शास्त्रीय संगीत, सुगम संगीत, नाटक, सॉक्स पपेट, मास्क मेकिंग, मंजूषा कला, मूर्तिकला, चाक कला, चित्रकला, हस्तकला, सिक्की आर्ट, जूट आर्ट, कुश्ती, कराटे, खो–खो, कबड्डी, कैरम बोर्ड और शतरंज का प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके साथ ही समर कैंप के दौरान प्रतिदिन आयोजित होने वाले फन गेम्स प्रतियोगिता में लगभग 4000 बच्चों ने अपनी प्रतिभागिता दर्ज की। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आदरणीय जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन उपस्थित हुए। मौके पर शहर के सम्मानित संस्कृतिकर्मी श्री रितेश रंजन, मंजूषा गुरु श्री मनोज पंडित, सुश्री श्वेता भारती, मनोज कुमार पाण्डेय, डॉ० चैतन्य प्रकाश, एकराम हुसैन शाद आदि कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम के आरंभ में किलकारी के छोटे-छोटे बच्चों ने सभी अतिथियों को तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। फिर जिलाधिकारी महोदय ने बच्चों द्वारा लगाई गई चित्रकला, हस्तकला, जूट आर्ट, सिक्की आर्ट आदि की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उसके बाद संगीत विधा के बच्चों निशा कुमारी,कायनात अली, रेणु कुमारी,संध्या रानी,प्राथमा प्रिन्सी,मनीषा कुमारी,अमन कुमार,मिनाक्षी कुमारी,कशिश बुशरा,बुशरा जफर,ख़दीजा,वैभव राज,सूरज कुमार और अमन कुमार सिंह ने स्वागत गीत गाकर अतिथियों का स्वागत किया। फिर प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक अभिलाषा कुमारी ने स्वागत संबोधन में सभी अतिथियों, अभिभावकों, बच्चों और किलकारी के शुभचिंतकों का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया और कहा कि आपका सहयोग हमेशा किलकारी को मिलता रहता है और यही हमारी उपलब्धि है।
साथ ही उन्होंने यह अपील की कि आपका सहयोग सदैव यूं ही मिलता रहे ताकि हम इसी तरह बच्चों के विकास के लिए निरंतर कार्य करते रहें। आगे नृत्य विधा के बच्चों स्वीटी, अंकिता, तुलसी, आरोही, मनीषा, पल्लवी, रागिनी, मनीषा, मेघा और शालू ने लोक नृत्य मोरा पिछुआरी गछिया गीत पर मोहक नृत्य की प्रस्तुति दी। उसके बाद मौके पर प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक अभिलाषा कुमारी, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी अनुज्ञा कुमारी और सहायक लेखा पदाधिकारी विश्व विजय झा ने सभी अतिथियों एवं कार्यशाला के विशेषज्ञों को पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। फिर पारंपरिक मंजूषा कला के बच्चों कृतिका कुमारी, दीपिका कुमारी, रूबी कुमारी, प्रीति कुमारी, सृष्टि श्री, रुचि कुमारी, पायल कुमारी, अंकित कुमार और राहुल कुमार ने रैंप शो के जरिए मंजूषा की पेंटिग और कला कृतियों को प्रदर्शित किया।
उसके बाद नृत्य विधा के बच्चों अमर, रितिक, स्वीटी,मुस्कान, राजनंदनी, अंजलि और सुमित ने वेस्टर्न देशभक्ति डांस भारत की बेटी की बेहतरीन प्रस्तुति दी और खूब तालियां बटोरी। उसके बाद कराटे विधा के बच्चों प्रिंस, मानव, गणेश, दीपक, आयुष, बादल, सुधांशु, देवराज, उत्तम, रूपेश, मधु, नंदनी, सुमित, अफरीदी, सौरव और तूफान ने शारीरिक सुरक्षा की कला मिक्स डेमो का उम्दा प्रदर्शन किया। फिर किलकारी रंग टोली के बच्चों करीना, स्वाति, शुभम, स्वस्ति, अंजलि, प्रिया, अमित, प्रेम सागर, गुलिस्ता, शोभा, कृष्णा भगत, प्रिंस और ऋषभ ने माइम नाटक सेभ वॉटर की प्रस्तुति के माध्यम से जल संरक्षण का संदेश दिया। सभी बच्चों ने अपने सधे हुए अभिनय से खूब तालियां बटोरी। उसके बाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आदरणीय जिलाधिकारी महोदय श्री सुब्रत कुमार सेन ने संबोधित करते हुए कहा कि किलकारी में बच्चों का कार्य सराहनीय है। उन्होंने कहा कि बच्चों की कलाएं रोज़गार परक हो इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा स्टॉल उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि किलकारी को हर संभव सहयोग के लिए हमेशा तत्पर हैं।
इसके बाद मौसम ने अचानक रुख बदला और आनन-फानन कार्यक्रम को मैदान से हॉल में शिफ्ट करना पड़ा।फिर एक के बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सिलसिला प्रारंभ हुआ। संगीत विधा के बच्चों निशा कुमारी,कायनात अली, रेणु कुमारी,संध्या रानी,प्राथमा प्रिन्सी,मनीषा कुमारी,अमन कुमार,मिनाक्षी कुमारी,कशिश बुशरा,बुशरा जफर,ख़दीजा, वैष्णवी और कंचन ने लोकगीत मेडली के अंतर्गत पारंपरिक संस्कार गीतों की सुरमई प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रस्तुति में नाल पर संगत वैभव राज, तबले पर अमन कुमार सिंह और हारमोनियम वादन अमन कुमार कर रहे थे। उसके बाद नृत्य विधा के बच्चों सौरभ, मासूम, स्वीटी, आरोही, तुलसी, मनीषा, दीपशिखा, श्रुति, अंकिता और मनीषा ने सेमी क्लासिकल नृत्य कृष्ण वंदना की बेहतरीन प्रस्तुति दी।
अगली प्रस्तुति के रूप में कृतिका, सृष्टि,फूलो, लाडली, चांदनी, छोटी, सोनाक्षी, तनवी, निशा, नंदिनी,रिया, कोमल और प्रीति ने लोकगीत पनिया के जहाज से पलटनिया बन अइहो पिया मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी और उपस्थित जनसमूह का खूब मनोरंजन किया। इसके बाद कुश्ती विधा के बच्चों सुधांशु,बादल, अमित, सनोज, रोहन, सौरभ, अभिजीत, अभिषेक, पृथ्वी, आदित्य, करण, आयुष, प्रिंस, सावन, मीनाक्षी, चांदनी, सनी, बादल, सौरव, अभिषेक, पीयूष, ऋषभ और साहिल ने समर कैंप के दौरान सीखे गए दांव पेंच का डेमो प्रदर्शन किया और अपने दांव पेंच से सबों को अचंभित कर दिया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में संगीत विधा के बच्चों ने देशभक्ति गीत बूंद बूंद मिलकर निर्झर गतिमान बनाती है कि अद्भुत प्रस्तुति दी। उसके बाद कराटे विधा के बच्चों प्रिंस, गणेश, अफरीदी मानव सुधांशु देवराज और रुपेश ने समर कैंप के दौरान सीखें गए कराटे के मूव्स काता का प्रदर्शन किया। फिर किलकारी के छोटे-छोटे बच्चों आदित्य, तासिम, सोनाक्षी, मेघा, छोटी, कृतिका, परिधि, मोहनी, सृष्टि, शालू, अनुज, फूलो, प्रीति, नंदनी, अंकिता, तुलसी,अर्पिता, मनीषा, युवराज, कृष्णा, रितिका, गीतांजलि, तमन्ना और चांदनी ने बॉलीवुड फनी डांस गलती से मिस्टेक गाने पर मोहक प्रस्तुति दी और दर्शकों को खूब गुदगुदाया। फिर संगीत विधा के बच्चों ने शास्त्रीय संगीत में राग यमन की प्रस्तुति दी और नृत्य विधा के बच्चों ने शास्त्रीय नृत्य कत्थक की मोहक प्रस्तुति देकर खूब तालियां बटोरी। उसके बाद कार्यक्रम की अगली कड़ी में नाटक विधा के बच्चों ने नाटक शिक्षा पर सबका अधिकार का बेहतरीन प्रदर्शन किया। नाटक में बच्चों ने कहीं अपने संवाद से दर्शकों को हंसाया तो कहीं अपने भावपूर्ण अभिनय से आंखें सजल कर दीं।
साथ ही उन्होंने नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया कि शिक्षा सभी बच्चों का जन्म सिद्ध अधिकार है। नाटक में पिता की भूमिका में राहुल कुमार,मां की भूमिका में मोनिका कुमारी, बड़ी बेटी रेणु कुमारी,छोटी बेटी मनीषा कुमारी, बेटा सुमित कुमार, दादा जी नितेश कुमार, दादी कोमल परवीन, पड़ोसी और शिक्षक की भूमिका में सूर्यांश साकेत, बच्चा अमित कुमार, दोस्त की भूमिका में प्रेम सागर, ऋषभ राज, कृष्णा भगत और प्रिंस कुमार, अतिथि की भूमिका में काजल कुमारी ने सधे हुए अभिनय की प्रस्तुति दी। स्कूली बच्चे की भूमिका में सोनाक्षी, वैष्णवी, मृत्युंजय, रितिक, स्वस्ति, स्वाति, अंजलि, शुभम, गुलिस्ता, प्रिया, करीना, नमन, पायल, पूजा और सोनू ने अपने चुटीले संवादों से दर्शकों को खूब हंसाया। फिर वेस्टर्न डांस विधा के सीनियर बच्चों टीना, स्वीटी, खुशी, पल्लवी, राजनंदनी, मुस्कान, मासूम, अमर, रितिक, मनीष और कुमकुम ने फ्यूजन डांस की प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। अंत में कराटे विधा के बच्चों ने लाठी युद्ध और ब्रेकिंग के हैरतअंगेज कारनामों से उपस्थित दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। धन्यवाद ज्ञापन सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी अनुज्ञा कुमारी ने किया। कार्यक्रम का संचालन साहिल राज कर रहे थे। मौके पर किलकारी के तमाम प्रशिक्षक नीतिश रंजन, कुमार संभव, कुंदन कुमार, विक्रम कुमार, मिनाक्षी केशरी, सुरुचि सुमन, खुशबू कुमारी, मनोज कुमार, रणवीर कुमार और उत्तम पॉल, कार्यालय कर्मी मो चंगेज, बज्मी इकराम, संगीता देवी समेत सैकड़ों की संख्या में बच्चे, अभिभावक और शहरवासी उपस्थित थे।