नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी के पुत्र चंदन कुमार ने अस्पताल के सुरक्षाकर्मी एवं अस्पताल के चिकित्सक डॉ वरुण कुमार के साथ दुर्व्यवहार किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. घटना के संदर्भ में सुरक्षाकर्मी एवं चिकित्सा के डॉ वरुण कुमार के द्वारा इस संदर्भ में नवगछिया एसडीओ अखिलेश कुमार को आवेदन देकर शिकायत की है. सुरक्षा गार्ड राजेश कुमार ने बताया कि वह साइकिल से प्रतिदिन ड्यूटी पर आता है. 30 अगस्त को सुबह 6:00 बजे से मेरी ड्यूटी थी. ड्यूटी पर आने के क्रम में मेरी साइकिल खराब हो गई. इस दौरान मैंने ड्यूटी पर मौजूद अपने साथी सुरक्षा कर्मी गार्ड को फोन कर कहा कि जब तक मैं उपस्थित नहीं होता तब तक आप मेरी ड्यूटी कर देंगे. इसके बाद मैं 30 मिनट विलंब से अस्पताल पहुंचा तो चंदन कुमार जो कि अस्पताल का अधिकृत रूप से स्टाफ नहीं है उन्होंने मुझे मुझसे पूछा कि इतना लेट कैसे हो गई, तो मैंने साइकिल खराब हो जाने की बात बताई. इस पर चंदन कुमार भड़क गया और गाली-गलौज करने लगा. इस दौरान बीच बचाव करने पहुंचे उन्होंने डॉ वरुण कुमार को भी गाली गलौज करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि डॉ वरुण कुमार हो या कोई भी मेरा कुछ कोई नहीं बिगाड़ सकता है.
एक धमकी भरे शब्दों में कहा कि डॉक्टर के साथ-साथ तुम लोगों को भी नहीं छोड़ेंगे. सुरक्षा गार्ड ने कहा है कि आए दिन इस प्रकार की घटना सुरक्षा गार्ड के साथ होते रहती है. शिकायत मिलने पर संध्या समय एसडीओ अखिलेश कुमार अनुमंडल अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने पूरे मामले की जांच की. उन्होंने बताया कि चिकित्सक एवं सुरक्षा कर्मी द्वारा शिकायत किया गया था कि चंदन कुमार नामक युवक अस्पताल में हस्तक्षेप करता है और दुर्व्यवहार भी करता है मौके पर युवक अस्पताल में ही पाया गया. उन्होंने बताया कि अस्पताल के कार्यों में उसके हस्तक्षेप किए जाने की बात सामने आई है. इस संदर्भ में उन्हें तत्काल चेतावनी दी गई है इसके बाद भी अगर वह अस्पताल के कार्यों में हस्तक्षेप करता है तो उनके विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी
अनुमंडल अस्पताल में तैयार कर दी गयी है समानांतर व्यवस्था
दूसरी तरफ कुछ लोगों ने अपना नाम न छापने के शर्त पर बताया कि अस्पताल में कुछ लोगों ने दबंगई के बल पर समानांतर व्यवस्था बना लिया है. अस्पताल में इलाज लेकर होने वाले हर कार्य में उक्त लोगों की अवैध रूप से प्रत्यक्ष दखलंदाजी रहती है. हरेक चिकित्सक को इस टीम के सदस्य पहले कब्जे में लेने का प्रयास करते हैं. अगर चिकित्सक आनाकानी करे तो भय का माहौल बनाते हैं. लोगों ने यह भी बताया कि इस टीम द्वारा रोगियों से अवैध वसूली भी की जाती है.
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
नवगछिया अनुमंडल के अस्पताल उपाधीक्षक एके सिन्हा ने कहा कि उनके स्तर से किसी भी बाहरी व्यक्ति को काम पर नहीं रखा गया है. यह जिम्मेदारी स्वास्थ्य प्रबंधक की है.