भागलपुर: कोरोना को लेकर ज्वाइंट इंट्रेंस एग्जाम (जेईई) की परीक्षा पर संशय की स्थिति बनी हुई थी। इसी बीच संक्रमण के भय के बीच मंगलवार को इसकी परीक्षा भागलपुर के बियाडा स्थित आइओन डिजीटल में शुरू हो गई। सुबह करीब छह बजे ही प्रथम पाली में परीक्षा देने वाले छात्रों व अभिभावकों का आना शुरू हो गया था। प्रवेश पत्र में अंकित समय से दो घंटे छात्रों का प्रवेश केंद्र पर होना था। मुख्य द्वार से करीब दौ सौ मीटर पहले ही अभिभावकों के प्रवेश का बैन कर दिया गया था। वाहनों का भी प्रवेश केंद्र के आसपास रोक दिया गया था।
तीन चरण में सुरक्षा घेरे से गुजरे छात्र
छात्रों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश के पहले तीन चरणों के संक्रमण सुरक्षा घेरे से गुजरना पड़ा। मुख्य द्वार पर पहुंचने के बाद फुट सेनिटाइजर के सहारे छात्र का हाथ सेनिटाइज कराया गया। इसके बाद छात्रों द्वारा पहन कर आए गए मॉस्क को कूड़ेदान में फेंकने को कहा गया। छात्रों को केंद्र पर ही मॉस्क उपलब्ध कराया गया। इसके बाद अंदर प्रवेश करते ही उनकी थर्मल स्कैनिंग की जा रही थी।
फेस शील्ड पहने कर्मी दे रहे थे निर्देश
परीक्षा केंद्र पर कर्मी फेस शील्ड, ग्लब्स के साथ तैनात थे। वे मुख्य द्वार पर पहुंचने वाले छात्रों को दूर से ही निर्देश दे रहे थे, कि उन्हें क्या क्या कागजात साथ रखना है। वे हाथों में कागजात लेकर नहीं बल्कि दूर से छात्रों के प्रवेश पत्र, पहचान पत्र आदि की जांच कर रहे थे। चेहरे की पहचान के लिए उनका मॉस्क पहले ही हटवा दिया गया था।
शारीरिक दूरी का पालन कराने को गोल घेरा
छात्रों को शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए परीक्षा केंद्र के बाहर पहले से ही गोल घेरा बनाकर रखा गया था। एक छात्र को अंदर प्रवेश करने की प्रक्रिया पूरी करने में पांच मिनट लग रहे थे। इस कारण केंद्र के बाद भीड़ नहीं लग सकी।
भीड़ रोकने के लिए नहीं चिपकाया गया रॉल शीट
अक्सर होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में रॉल शीट देखने को लेकर अफरातफरी का माहौल हो जाता है। सीट की व्यवस्था देखने के लिए छात्र एक दूसरे से जद्दोजहद करते दिखते हैं। इस कारण शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए परीक्षा केंद्र पर रोल शीट ही नहीं चिपकाया गया। दो घंटे पहले केंद्र पर प्रवेश लेने के बाद छात्रों को अंदर में ही सीट की व्यवस्था बताई गई। इस कारण अफरातफरी का माहौल होने से बच गया।
इलेक्ट्रानिक्स डिवाइस पर भी पाबंदी
परीक्षा केंद्र में प्रवेश के पहले ही सभी को हिदायत दी गई कि वे किसी तरह का इलेक्ट्रानिक डिवाइस साथ ना रखें। इसके अलावा साथ प्रवेश पत्र और पहचान पत्र के अलावा दूसरे कागजात ना रखें। कई छात्र मोबाइल के साथ केंद्र पर पहुंच गए थे। लेकिन उन्हें मोबाइल बाहर ही अपने अभिभावकों को देना पड़ा।
केंद्र के अंदर और बाहर भी माइकिंग
इस बार परीक्षा केंद्र के अंदर और बाहर भी मायकिंग की व्यवस्था की गई थी। परीक्षा केंद्र के बाहर छात्रों के साथ उनके अभिभावकों को शारीरिक दूरी का पालन कराने का निर्देश दिया जा रहा था। कहीं भी तीन लोग इकटठे भी बात कर रहे थे तो उन्हें दूरी बनाकर रखने को कहा जा रहा था। परीक्षा केंद्र में प्रवेश लेते ही छात्रों को शारीरिक दूरी का पालन करने व अन्य सुरक्षा निर्देश लगातार दिए जा रहे थे। परीक्षा केंद्र पर एक ही गेट होने के कारण छात्रों को काफी सुविधा हुई। उन्हें इधर उधर भटकना नहीं पड़ा।
लगाए गए थे अतिरिक्त कर्मी
परीक्षा केंद्र पर अतिरिक्त कर्मियों को भी लगाया गया था। इसमें महिला व पुरूष दोनों थे। दूसरी पाली में छात्राओं की संख्या ज्यादा थी। शारीरिक दूरी का पालन हो, इस कारण ज्यादा लोगों को दूर दूर तक लगाया गया था। ताकि परीक्षा में किसी तरह की अव्यवस्था ना हो।