ऋषव मिश्रा कृष्णा
मुख्य संपादक जीएस न्यूज़
नवगछिया एसपी स्वप्ना जी मेश्राम की टीम ने आखिरकार गोपालपुर थाना क्षेत्र के अभिया गांव में बीएसएफ जवान की पत्नी शिल्पी कुमारी और बीएमपी जवान के पुत्र राहुल कुमार उर्फ सिंटू मंडल की गोली लगने से हुई संदेहास्पद मौत के मामले को सुलझा लिया है. मामले में पूरी कहानी सामने आ गयी है. मृतक राहुल के जेब से मिले सुसाइड नोट, कई तरह के फिजिकल एविडेंस के अलावा इलैक्ट्रोनिक एविडेंस ने पूरे मामले को परत दर परत बेपर्दा कर दिया है. राहुल और शिल्पी कुमारी का घर आस पास था. रिश्ते में शिप्ली राहुल की भाभी थी. लगभग एक वर्ष से भी अधिक समय पूर्व दोनों के बीच कोमल भावनाओं का जन्म हो चुका था. शिल्पी इसे हल्के से ले रही थी तो राहुल इस प्रेम संबंध के प्रति गंभीर था. सुसाइड नोट में राहुल की लेखनी से पता चलता है वह इस प्रेम संबंध की खातिर किसी भी हद तक जा सकता था और वह गया भी. राहुल सुसाइड नोट में लिखता है कि अगर भाभी से कोई बात भी कर लेता था तो गुस्सा आ जाता था. घटना से आठ दिन पहले जब शिल्पी का प्रसव हुआ तो शिल्पी व्यस्त हो गयी. वह राहुल के फोन का रिसपांस ज्यादा नहीं लेने लगी. शिल्पी की यही बेरूखी राहुल को सरफिरा बना दिया. उसने अपने घर के एक कॉपी में सुसाइड नोट लिखा और काफी से सुसाइड नोट वाला पन्ना फाड़ कर अपने जेब में रखा और देशी कट्टे के साथ शिल्पी से मिलने चला गया. दोनों के बीच फोन पर ही मिलने की बात तय हो गयी थी. इसके बाद दोनों गुपचुप तरीके से छुपते छुपाते शौचालय पहुंचे. इसके बाद राहुल ने पहले शिल्पी का काम तमाम किया फिर खुद को गोली मार ली. अब तक मिले साक्ष्य में पुलिस सूत्रों ने इसी तरह की कहानी का दावा किया है. अब पुलिस इस कहानी को हरेक दृष्टिकोण से पुख्ता करने में जुटी है.
जिस कॉपी में सुसाइड नोट लिखा, पुलिस ने जब्त की काफी
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस कॉपी में राहुल ने सुसाइड नोट लिखा पुलिस ने उस कॉपी को जब्त कर लिया है. उक्त काफी में फटे हुए पन्ने के अवषेश है और दूसरे सादे पन्ने में सुसाइड नोट लिखे जाने के दाग मौजूद हैं. अक्सर कोई भी जब कॉपी पर पेन से लिखता है तो दूसरे पन्ने में पेन के दबाव के कराण दूसरे पन्ने में भी दाग उभर आते हैं. सुसाइड नोट के दाग उक्त काफी में मौजूद है. जिससे पुलिस दावा कर रही है कि इसी काफी पर राहुल ने सुसाइड नोट लिखा था.
दिन भर में कई बार राहुल और शिल्पी के बीच होती थी बातचीत
मोबाइल कॉल डिटेल से खुलासा हुआ है कि दिन भर में कई बार राहुल और शिल्पी के बीच मोबाइल पर बात चीत होती थी. कभी कभी ऐसा भी हुआ है कि एक दिन में 50 बार से भी अधिक दोनों के बीच बात चीत होती थी. यह बात चीत हमेशा बीस मिनट से भी ज्यादा होती थी. ऐसा नहीं कि सिर्फ राहुल ही शिल्पी को फोन करता था, शिल्पी भी राहुल का फोन किया करती थी.
जीना चाहती थी शिल्पी
शिल्पी की कुछ करीबी महिलाओं ने अपना नाम न छापने के शर्त पर बताया कि उनलोगों को यह मालूम नहीं कि शिल्पी का राहुल के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था लेकिन शिल्पी अपने परिवार से काफी खुश थी. दो बेटी के बाद एक बेटा जनने के बाद तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था. वह बार बार अपने भविष्य की प्लानिंग को भी साझा करती थी. किसी भी दृष्टिकोण से यह पता नहीं चलता रहा था कि शिल्पी मरना चाहती थी. महिलाओं ने संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि हो सकता है कि राहुल का प्रेम एक तरफा हो और प्रेम में असफल रहने पर उसने यह कदम उठाया हो. क्योंकि शिल्पी को देख कर कभी भी ऐसा नहीं लगा कि वह अपने पति के अलावे किसी दूसरे से प्रेम करती है. महिलाओं ने यह भी कहा कि लोगों को शिल्पी के चरित्र पर बिना किसी सबूत के उंगली नहीं उठाना चाहिए.
शौचालय घर से दूर इसलिए नहीं जग पाये शिल्पी के परिवार वाले
पिछले दिनों यह बात सामने आयी थी कि घटना के दिन रात को तीन बजे तीन गोली चलती है और शिल्पी के परिवार वालों को यह कैसे पता नहीं चला पाया ? पुलिस ने इस सवाल पर शिल्पी के परिजनों से पूछ ताछ किया है. शिल्पी के परिवारवालों खास कर उसके ससुर अभिमन्यु मंडल ने पुलिस को बताया है कि आस पास के लोगों के तरह उन्होंने भी गोली की आवाज सुनी. लगा कि पास में ही गोली चली है. लेकिन गोली उनके शौचालय में चली है, यह अंदाजा नहीं था. इसलिए जब उनके परिवार के सदस्य सुबह शौचालय गये तो दरवाजा बंद देख कर घटना की जानकारी मिली. मालूम हो कि मामले में आर्म्स एक्ट के साथ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
कहती है पुलिस
गोपालपुर के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर श्रीकांत भारती ने कहा कि पुलिस हरेक दृष्टिकोण से मामले में पुख्ता साक्ष्यों को जुटा रही है. सुसाइड नोट के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कॉपी को जब्त कर लिया है. मामले में पोस्टमार्टम रिर्पोट और फांरेंसिक रिर्पोट आने का भी इंतजार है.