नारायणपुर प्रखंड अंतर्गत मधुरापुर गांव में शुक्रवार को एक परिवार पर दोहरा दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उसके यहां एक हृदय विदारक घटना हुई। पिता शंभू चौधरी की मौत गांव के तालाब में डूबने होने पर घर वालों का आंसू सूखा भी नहीं था कि उसके पुत्र श्याम चौधरी के मौत की खबर दिल्ली से आ गई। बस क्या था घर में चारों तरफ कोहराम मच गया। मृतक शंभू की पत्नी बदहवास होकर रो रही थी।रोते रोते बेहोश हो रही थी। शंभू चौधरी की मौत शुक्रवार को शौच के लिए जाने के क्रम में पानी से भरे एक तालाब में डूबने से हो गई। शव को तालाब से बाहर निकाला गया। शंभू चौधरी का परिवार गम में डूब गया। सभी रोने लगे। शंभू चौधरी की पत्नी रीना देवी का रो रो कर बुरा हाल हो गया।
शंभू की पत्नी रोते-रोते बोल रही थी कि अब जीवन किसके सहारे बीतेगा। लेकिन आधा घंटा के बाद दिल्ली से अचानक फोन आ गया कि उसका उन्नतीस वर्षीय पुत्र श्याम चौधरी भी मर गया है। बस क्या था पूरा परिवार सदमा में डूब गया। रीना देवी जो पति की मौत पर रो रही थी अब पुत्र की मौत पर भी रोने लगी। परिवार वालों ने बताया कि श्याम चौधरी दिल्ली के सदर बाजार में मजदूरी करता था जिससे उसके परिवार का भरण पोषण हो रहा । शुक्रवार को वह दिल्ली के सदर बाजार में खड़ा था उसी समय तीन मंजिला इमारत से बंदर ने एक ईट को नीचे गिरा दिया।
ईट श्याम चौधरी के सिर पर गिरा। उपचार के लिए उसे स्थानीय डॉक्टर के पास ले जाया गया। लेकिन उसकी मौत हो गई। जरा सोचिए रीना देवी जो पति की मौत पर रो रही थी अब उसका पुत्र मर गया। उस दुखी पत्नी, माता का क्या हाल होता होग। इधर मृतक श्याम चौधरी की पत्नी का नाम भी रीना देवी है। वह भी अपने ससुर के मौत पर रो रही थी लेकिन जब उसे पता चला कि उसका पति मर गया है तो बताइए उसका क्या हाल होता है। पूरा परिवार सदमे में डूब गया।
हर कोई इस दुख की घड़ी में आकर सांत्वना दे रहा था। लेकिन दुख भी ऐसी जिसे कहना भी बड़ा मुश्किल हो रहा था। एक तरफ पिता तो दूसरी तरफ पुत्र। सूचना मिलने पर भवानीपुर पुलिस मधुरापुर गांव पहुंची और मृतक शंभू के शव का पोस्टमार्टम अनुमंडल अस्पताल नवगछिया में करवाने भेजा। जिला परिसद उषा मिश्रा ने मृतक के परिवार से मिलकर सांत्वाना दिया। सीओ अजय सरकार से मुआवजा देने की मांग किया।