बिहार में कोरोना का प्रभाव कम होने पर स्कूल-कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थान खोले जाएंगे। हालांकि संस्थानों को खोलने के पूर्व इसकी समीक्षा होगी। शिक्षा विभाग के नवनियुक्त प्रधान सचिव संजय कुमार ने मंगलवार को ये बातें कहीं।
सोमवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन की सेवानिवृत्ति के बाद सरकार द्वारा शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव बनाए गए संजय कुमार ने मंगलवार को पूर्वाह्न ही अपना पदभार संभाल लिया। विभाग में पहुंचने पर शिक्षा अधिकारियों व कर्मचारियों की उनकी अगवानी की। बधाई व शुभकामनाएं दीं।
देश में लॉकडाउन का पहला चरण लागू होने के पूर्व 14 मार्च से ही बिहार के सभी स्कूल-कालेज और शिक्षण संस्थान बंद हैं। हालांकि वेब पोर्टल और दूरदर्शन के माध्यम से स्कूल-कालेजों में आनलाइन पढ़ाई जारी है।
पदभार संभालने के बाद मीडिया से बातचीत में संजय कुमार ने कहा कि स्थिति के समीक्षा करने और इसे बच्चों के अनुकूल पाए जाने के साथ ही शैक्षणिक संस्थानों को खोला जाएगा। खुशी जाहिर की कि स्कूलबंदी के दौरान शिक्षा में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उन्हें बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है। शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक विकास उनकी प्राथमिकता होगी। उनकी कोशिश होगी की बेहतर माहौल देंगे और बेहतर आउटकम लायेंगे। तीन-चार दिनों में विभाग को थोड़ा समझने के बाद वे इसकी कार्यसंस्कृति और चल रही योजनाओं की अद्यतन स्थिति जानने की लिए समीक्षा बैठक करेंगे। उन्होंने स्वीकार किया कि शिक्षकों की नई सेवाशर्त नियमावली को कार्यान्वित कराना उनकी चुनौती होगी।