सोमवार को बिहपुर के रेलवे मैदान पर नवगछिया पुलिस जिला बॉल बैडमिंटन संघ के संयोजन में स्वामी विवेकानंद के 120 वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजली कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस मौके पर जिलासचिव ज्ञानदेव कुमार समेत अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी राहुल कुमार एवं अंकित कुमार शर्मा ने कहा स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 जबकि निधन चार जुलाई 1902 को हुआ था।उनके जन्मदिन हर साल युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।उनके विचार ऐसे हैं कि निराश व्यक्ति भी अगर उसे पढ़े तो उसे जीवन जीने का एक नया मकसद मिल सकता है।
जानिए स्वामी विवेकानंद के ऐसे अनमोल विचार,जो आपके जीवन की दिशा को बदल सकते हैं।उन्होंने कहा था जब तक जीना, तब तक सीखना, अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है। जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी।पढ़ने के लिए जरूरी है एकाग्रता, एकाग्रता के लिए जरूरी है ध्यान. ध्यान से ही हम इन्द्रियों पर संयम रखकर एकाग्रता प्राप्त कर सकते हैं।पवित्रता, धैर्य और उद्यम- ये तीनों गुण मैं एक साथ चाहता हूं।उठो और जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तमु अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते।
ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, मनुष्य केवल उसका आविष्कार करता है।एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप ईश्वर पर विश्वास नहीं कर सकते।ध्यान और ज्ञान का प्रतीक हैं भगवान शिव, सीखें आगे बढ़ने के सबक।एवं लोग तुम्हारी स्तुति करें या निंदा, लक्ष्य तुम्हारे ऊपर कृपालु हो या न हो, तुम्हारा देहांत आज हो या युग में, तुम न्यायपथ से कभी भ्रष्ट न हो।
इस मौके पर बाल बैडमिंटन खिलाड़ी घनश्याम कुमार,अविनाश कुमार ,अमन कुमार, मुकुल कुमार,राजा,रवि राहुल,अमित,सूरज,बिट्टू,अजीत, सैफ,पंकज,अभिषेक,शत्रुघन,आदित्य राज,संजीव कुमार व गुलशन आदि ने भी स्वामी जी के चित्र पर श्रद्धांजली के फूल चढ़ाए।जिसकी अध्यक्षता व संचालन राज्य प्रवक्ता सह जिला सचिव ज्ञानदेव कुमार ने किया