भागलपुर/निभाष मोदी
सेमिनार में पहुंचे कई विश्वविद्यालयों के कुलपति व शिक्षाविद
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीजी जूलॉजी विभाग में यूजीसी प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कई विशिष्ट पदाधिकारियों के साथ-साथ बाहर से आए कई विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।इस राष्ट्रीय सेमिनार का विषय रिसर्च मेथोडोलॉजी के विविध आयाम रखा गया है। यह सेमिनार पीजी जूलॉजी विभाग और भारत सरकार के एग्रो इकोनॉमिक रिसर्च सेंटर (एईआरसी) बिहार-झारखंड के तत्वावधान में आयोजित किया गया।
पीजी जूलॉजी विभाग के हेड व डीन एकेडमिक्स प्रो. अशोक कुमार ठाकुर राष्ट्रीय सेमिनार के कन्वेनर हैं जबकि विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ नवोदिता प्रियदर्शिनी आयोजन सचिव हैं।कुलगीत से सेमिनार के उदघाटन सत्र की शुरुआत की गई, वहीं स्वागत संबोधन विभागाध्यक्ष व सेमिनार के कन्वेनर डॉ अशोक कुमार ठाकुर ने किया।वहीं सेमिनार का विषय प्रवेश आयोजन सचिव डॉ नवोदिता प्रियदर्शिनी ने किया।
डॉ हरिसिंह गौर सेंट्रल यूनिवर्सिटी सागर की कुलपति व टीएमबीयू की पूर्व कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता, जेपी विश्वविद्यालय छपरा के कुलपति प्रो. फारूक अली, टीएमबीयू के पूर्व कुलपति प्रो. केके सिंह, प्रो. एके राय आदि की-नोट स्पीच को लोगों ने काफी सराहा। कार्यक्रम में वक्ता और प्रतिभागी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही मोडों में जुड़ें थे।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विभाग स्तर पर शिक्षकों, रिसर्च स्कॉलरों और छात्र-छात्रा लगी हुई थी।
मौके पर स्मारिका का लोकार्पण भी अतिथियों के द्वारा किया गया।
उदघाटन सत्र का धन्यवाद ज्ञापन टीएमबीयू के कुलसचिव डॉ निरंजन प्रसाद यादव ने किया।
मौके पर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कई विशिष्ट अतिथि के साथ-साथ कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ नवोदिता प्रियदर्शिनी, प्रोग्राम कॉर्डिनेटर अतुल समीरन, डॉ सपना, वर्षा सहित विभाग के सभी शिक्षक और कर्मी के साथ-साथ सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद थे।