बिहार भाजपा ऑफिस में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। बिहार के अतिथि सहायक प्राध्यापक काफी संख्या में भाजपा ऑफिस के अंदर पहुंचे और सूबे के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से मिलने की मांग करने लगे। वहां मौजूद पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की और पार्टी ऑफिस से बाहर जाने के लिए बोला। लेकिन अतिथि सहायक प्राध्यापकों का साफ तौर पर कहना था कि जब तक उप मुख्यमंत्री से हम नहीं मिलेंगे यहां से बाहर नहीं जाएंगे। फिर इसके बाद पुलिस ने जबरन भाजपा ऑफिस के अंदर मौजूद अतिथि सहायक प्राध्यापकों को बाहर कर दिया। इस पूरी घटनाक्रम के दौरान सुशील कुमार मोदी कार्यालय के अंदर ही मौजूद थे।
इससे पहले बिहार के विश्वविद्यालय अतिथि सहायक प्राध्यापक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास का घेराव करने पहुंचे थे। इस दौरान अतिथि सहायक प्राध्यापक पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। दरअसल सैकड़ों की संख्या में बिहार के विभिन्न जिले से आये अतिथि सहायक प्राध्यापक अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास प्रदर्शन करने जा रहे थे। तभी पुलिस ने नया सचिवालय के पास सभी को रोक दिया, लेकिन आक्रोशित प्रदर्शनकारी जबरदस्ती मुख्यमंत्री आवास जाने की कोशिश करने लगे। फिर पुलिस ने सभी सहायक प्राध्यापक पर लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया।
ये सभी सहायक प्राध्यापक यूजीसी के नियम अनुसार नियमित करने की मांग कर रहे थे। गौरतलब है कि बिहार के विश्वविद्यालय अतिथि सहायक प्राध्यापक नियमित करने की मांग कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर आज अतिथि सहायक प्राध्यापकों ने पटना में जेडीयू कार्यालय से लेकर बीजेपी कार्यालय के अलावा इको पार्क के पास विरोध प्रदर्शन किया।