जहांगीरपुर बैसी में कटाव पीड़ितों के लिए मानवाधिकार संरक्षण बोर्ड के द्वारा पांच सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए डीएम को ज्ञापन सौंपा हैं। ज्ञापन के अनुसार एक सौ से अधिक परिवार का घर कोसी नदी के कटाव में विलीन हो चुका हैं। कटाव से विस्थापित परिवार खानाबदोस के समान जीवन जी रहे हैं। इन लोगों का जीवन बेहद कष्टदायी हैं। पीड़ित परिवार को प्रशासन की ओर से कोई ठोस मदद नहीं मिल रही हैं। जहांगीरपुर बैसी गांव के लोगों के साथ बैठक कर पांच मांगे रखी गई हैं।
कटाव रोकने के लिए वृहद पैमाने पर कटाव निरोधी कार्य करवाया जाए। ताकि कोसी नदी में विलीन होने से अन्य लोगों का घर बच सके। विस्थापित परिवार को पुर्नवास योजना के तहत जमीन उपलब्ध करवाकर स्पैशल पैकज के तहत आवासीय कॉलोनी बनाया जाए। ताकि वर्तमान में धूप में काफी कष्टकारी जीवन काट रहे लोगों को सर छिपाने के लिए अपना अशियाना मिल सके। विगत पांच वर्षों से कोसी नदी के कटाव से सरकार को दर्जनों बार अवगत करवाया।
लेकिन इस दिशा में सरकार की ओर से कोई ठोस निरोधात्मक कार्य नहीं की गई। अब यह दिन देखना पड़ रहा हैं। यदि इन मांगों को समय पर पूरा नहीं किया गया तो मानवाधिकार संरक्षण बोर्ड के बैनर तले धरना प्रदर्शन किया जायेगा। फिर भी समाधान नहीं हुआ तो उच्च न्यायालय पटना में सभी समस्याओं का वर्णन करते हुए जनहित याचिका दायर की जायेगी। इस मौके पर मानवाधिकार संरक्षण बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना जाहिद हलीमी, महासचिव अधिवक्ता मंजर आलम, अब्दुल गफ्फार, मु. इस्तेखार आलम, अताउल हक, मोईज उद्दीन व अन्य लोग भी मौजूद थे।