भागलपुर/निभाष मोदी
भागलपुर| पीरपैंती प्रखंड स्थित ट्राइसेम भवन में मंगलवार को पीरपैंती प्रखंड प्रमुख रश्मि कुमारी की अध्यक्षता में पंचायत समिति की बैठक की गई। जिसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी चन्दन कुमार चक्रवर्ती सहित क्षेत्र के विधायक ललन कुमार उपस्थित थे। साथ ही साथ प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के पंचायत समिति सदस्य व मुखिया व मुखिया प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। वहीं विधायक ललन कुमार ने बताया की बारा पंचायत को प्रखण्ड बनाने का पहले से लिया गया प्रस्ताव को इस पंचायत समिति के बैठक में प्रस्ताव को पारित किया गया है।जो आठ पंचायतों का एक प्रखण्ड होगा जिससे की कर्मचारी व पदाधिकारी बढ़ने से आम जनता के कामों में तेजी आएगी।
मुखिया और पंचायत समिति सदस्य ने ग्रामीणों की बिजली समस्या और राशन कार्ड में हो रहे गड़बड़ी को लेकर बात कही गई। वही मुखिया ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविका से हर माह चार हजार रुपया पीरपैंती की सीडीपीओ शबनम गुड़िया द्वारा लिया जाता है। वही विधायक ललन पासवान ने बताया कि दियारा क्षेत्र में बाढ़ के समय बिजली के पोल काफ़ी नजदीक होने के कारण नाव के आवागमन में काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।बैठक में शामिल पंचायत समिति मंटू रजक ने पिछले बैठको में पारित योजना पर लीपा- पोती करने का आरोप लगाया जिसमे मंटू रजक द्वारा बैठक परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाने की मांग की गई।
प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने नाकामी और योजना घोटाले को छिपाने के लिए बैठक में शामिल मीडियाकर्मियों द्वारा ले रहे विडियोज और फोटो को लेने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी चंदन कुमार चक्रवर्ती द्वारा मुखिया और पंचायत समिति के आवाज को दबाने के लिए विडियोज और फोटो लेने में रोक लगाया गया और मीडियाकर्मियों को बाहर निकाल दिया गया। मिडियाकर्मी बाहर निकले और प्रखण्ड विकास पदाधिकरी सह प्रमुख सचिव के तानाशाही रवैए पर पत्रकारों द्वारा नारेबाजी किया और प्रखंड विकास पदाधिकारी और पत्रकारों में गरमा गर्मी हुई। जानकारों ने बताया की जब लोकसभा और विधानसभा के बैठक में लाइव प्रसारण हो सकता है।तो प्रखण्ड में पंचायत समिति और मुखिया जी का बैठक का वीडियो और फोटो क्यों नही लिया जा सकता है।नियमानुसार बैठक में मीडियाकर्मियों को प्रवेश करने या नही करने का अधिकार प्रखंड प्रमुख की होती है।और प्रखंड प्रमुख ने बैठक में मीडियाकर्मियों को आमंत्रित किया गया था।2001 से अब तक के पंचायत समिति के बैठक के मीडियाकर्मी कवरेज करते रहे हैं ।
पिछले 21 वर्षों में ये पहली बार ये हुआ जब बीच बैठक से मीडियाकर्मियों को बेईज्जत कर पीरपैंती प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बैठक से मीडियाकर्मियों बाहर निकाल दिया।इसके बावजूद प्रखंड विकास पदाधिकारी व प्रमुख के सचिव ने बैठक में हो रही घोटाले और अपनी नाकामी छिपाने के लिए सभी मीडियाकर्मियों को बाहर निकाल दिया। बैठक में शामिल उप प्रमुख अंजु सिन्हा, पवन यादव, फरहीन खातून, अरविन्द साह, सुधीर पाण्डेय, मुखिया प्रतिनिधि कुंदन कुमार, पवन यादव, अंबिका प्रसाद , पिंटू यादव, लाल मुनि शाह, उत्तम कुमार, सोनू कुमार किस्कू, गुलफसा प्रवीण, सूचिता देवी व अन्य प्रतिनिधी उपस्थित रह कर अपनी अपनी समस्याओ को रखने का काम कर रहीं थी। अब ये देखना है की पीरपैंती प्रखंड के सभी योजनाओं में किसकी मिलीभगत हो सकती है इसपर बिहार के मुखिया और जिले जिलाधिकारी कितना कार्यवाई करती है।