कारगिल में पाक घुसपैठियों को खदडते हुए गोपालपुर थाना क्षेत्र के तिरासी गाँव के अमर शहीद हवलदार रतन सिंह दो जुलाई को शहीद हो गये थे. हवलदार रतन सिंह का जन्म 15 अप्रैल 1959 को भागलपुर जिले के गोपालपुर प्रखंड के तिरासी गाँव में माता स्व स्नेहलता व पिता स्व केदार प्रसाद सिंह के घर पर हुआ था. हवलदार रतन सिंह पाँच भाई बहनें में सबसे बडे थे.
प्राथमिक शिक्षा गाँव में तथा मैट्रिक की शिक्षा ननिहाल में प्राप्त किया. 28 फरवरी 1979 ई को बिहार रेजिमेंट केन्द्र से बुनियादी प्रशिक्षण प्राप्त कर बिहार में पदस्थापित किये गये थे. इस दौरान उन्होंने सोमालिया में भाग लिया तथा सराहनीय कार्य किया. अपनी सेवा काल के दौरान मुख्यालय 42 पैदल बिग्रेड तथा 46 बंगाल बटालिन एनसीसी में पदस्थापित रहे. उनके जोश, साहस, पराक्रम, हँसमुख स्वभाव व कार्यकुशलता के कायल सभी पदाधिकारी थे.
कारगिल युद्ध में ऑपरेशन विजय हेतु नौ जून 1999 की मध्य रात्रि में बटालिक प्रक्षेत्र में 16 हजार 470 फीट की ऊँचाई पर स्थित जुूबेर टॉप नामक चौकी को प्राप्त करने हेतु पाक घुसपैठियों को मार भगाने हेतु बिहार की तीन टुकडियों में से एक का नेतृत्त्व करते हुए हवलदार रतन सिंह दो जुलाई को दुश्मनों से लडाई लडते हुए भारत माता की रक्षा के लिये शहीद हो गये.