भागलपुर/निभाष मोदी
भागलपुर।नवगछिया अनुमंडल के रंगरा प्रखंड अंतर्गत जहांगीरपुर बैसी में कोसी नदी के भीषण कटाव में दो मंजिला इमारत भी ताश के पत्ते की तरह भरभराकर समा जा रहे हैं। कटाव में मो मतीन का दो मंजिला घर नदी में समा गया। उसके साथ ही कोसी नदी में मंटू, आमीर, मुश्ताक, अश्फाक और किस्मत के भी घर नदी में विलीन हो गए। गांव के अब तक 112 लोगों के घर इस साल नदी में समा गए हैं।कटाव से विस्थापित परिवार रिग बांध पर झोपड़ी बनाकर पालिथी टांककर खनाबदोश के समान जीवन गुजार रहे हैं। उन्हें कोई भी देखने वाला नहीं हैं।
रिग बांध पर रह रहे लोगों को पेयजल के लिए काफी परेशानी होती है। पीड़ित परिवार को दो-दो किलोमीटर दूर से पानी लाते हैं। शौच के लिए भी काफी परेशानी होती है। अनुमंडल पदाधिकारी ने रिग बांध पर रहे लोगों के पेयजल के लिए चापाकल लगाने के निर्देश दिए थे। कितु उनके निर्देश के बावजूद चापाकल नहीं लगाया गया।पीड़ित मो इश्तेखार कहते हैं कि सरकार की तरफ अब तक केवल दो किलो सूखा चूड़ा दिया गया है। उसके अलावा कोई सुविधा नहीं दी गई है। पीड़ित परिवार के लिए गांव में ही भोजन तैयार होता है। गांव वाले सामग्री इकट्ठा कर पका हुआ भोजन विस्थापित परिवारों को देते हैं।
4 जुलाई से लगातार भोजन वहीं से पा रहे हैं। पीड़ित मो मतीन का कहना है कि प्रशासन यदि चाहता तो हम लोगों के घर नहीं कटते। जल संसाधन विभाग के द्वारा फ्लड फाइटिग के तहत कार्य नहीं के बराबर किया जा रहा है। केवल 10 मजदूर कार्य कर रहे हैं। वह भी एक दिन का गैप करके कटाव रोकने के लिए सामग्री डालते हैं। कटाव निरोधी कार्य भी बिल्कुल नहीं हो रहा है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता दिनेश कुमार ने बताया कि फ्लड फाइटिग कार्य के लिए सहायक अभियंता व जेई जहांगीरपुर बैसी में कैंप कर रहे हैं। कटाव रोकने के लिए बंबू रोल डाला जा रहा है।