बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर अपने दल के चुनाव अभियान का बिगुल फूंक दिया। जदयू मुख्यालय में बने नवनिर्मित ‘कर्पूरी सभागार’ के मंच से ‘निश्चय संवाद’ को संबोधित कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने इस मौके पर अपने सरकार की उपलब्धियां जनता के सामने रख रहे हैं। इस संवाद में बिहार सरकार के कई मंत्री भी शामिल हुए हैं।
ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने इस मौके पर कहा कि लालू यादव पहले ऐसे सीएम थे जो पद पर रहते हुए जेल गएं। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि गाली देने से वोट बढ़ जाएगा लेकिन ऐसा नहीं होगा। यह 21वीं सदी है। याद नहीं है कि 22 सीट पर सिमट गए थे, तब नेता कौन थे, अब्दुल बारी सिद्धकी। लेकिन अब 9वीं फेल को नेता बना दिया गया। तेजस्वी पर हमला बोलते हुए बिजेंद्र यादव ने कहा कि कुछ लोग रोजगार की बात करते हैं लेकिन वह कौन सा रोजगार किए कि प्रभु के मालिक बने बैठे हैं।
वहीं जदयू नेता ललन सिंह ने भी तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या फार्मूला अपनाया, जरा बिहार की जनता को बताइए। आपके पिता जेल क्यों गए ये भी तो जरा बिहार की जनता को बताइए। अपने बारे में कुछ नहीं बताते, अपने पिता के बारे में तो बताइए। ललन सिंह ने कहा, सात निश्चय कार्यक्रम अब पूरा होने वाला है। देश में ऐसा करने वाले नीतीश कुमार अकेले मुख्यमंत्री हैं।
ललन सिंह ने कहा, आज से चुनाव प्रचार की शुरुआत हो गई है। हमारी सरकार के कार्यकाल में बिजली और सड़क के क्षेत्र में बहुत बदलाव हुआ है। बिहार में क़ानून का राज स्थापित हुआ है। पहले गाड़ियों में राइफ़ल की नाल निकाल कर लोग चलते थे, आज किसी की हैसियत नहीं है की कोई राइफ़ल का नाल निकाल कर चले। अपराध करने वाला बच नही सकता है।
बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने लोजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि एक हमारे नेता कहा करते थे कि हम वैसे घरों में दिया जलाने चलें हैं, जहां वर्षों से अंधेरा है। उन घरों में बिजली पहुंचाने का काम हमारे नेता ने ही किया है।