राजेश भारती की रिपोर्ट
नारायणपुर प्रखंड में इन दिनों डीलर की मनमानी चरम पर है। डीलर की मनमानी से उपभोक्ता परेशान है। प्रखंड के सभी पंचायतों में डीलर के द्वारा निर्धारित दर से ज्यादा कीमत लेकर कम वजन बिना कैश मेमो दिए उपभोक्ता को खाद्यान्न दिया जा रहा है। उपभोक्ताओं के द्वारा इसका विरोध करने पर डीलर साफ-साफ शब्दों में कहता है कि जो सरकारी दर है और सरकार के द्वारा जो वजन निर्धारित किया गया है उस वजन और उस दर के हिसाब से मैं खाद्यान्न वितरण नहीं कर सकता हूं क्योंकि मुझे भी टेबल मैनेज करना पड़ता है। इसलिए प्रति व्यक्ति और प्रति उपभोक्ता वजन कम देकर रूपया ज्यादा लेना ही पड़ेगा। ऐसा ही एक मामला सोमवार को रायपुर पंचायत के मनोहरपुर गांव में हुआ।
मनोहरपुर गांव के पीडीएस डीलर रामविलास शर्मा के दुकान पर उपभोक्ताओं ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रति यूनिट 5 से दस रुपये ज्यादा रुपया लिया जा रहा है और प्रति व्यक्ति 1 किलो खाद्यान्न कम दिया जा रहा है। मौके पर से उपभोक्ता ने प्रभारी एमओ अजीत कुमार सिंह से मोबाइल पर संपर्क किया। अजीत कुमार सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि आवेदन दीजिए और शिकायत का जांच होगा। उपभोक्ताओं ने कहा कि जब तक जांच होगा तब तक यहां खाद्यान्न हम लोग ले या नहीं लें। इस पर उन्होंने कुछ स्पष्ट निर्देश नहीं दिया। आलम यह है कि कोई भी डीलर सरकारी दर पर उचित कीमत लेकर सही वजन नहीं दे रहा है। नगरपारा उत्तर,नगरपारा दक्षिण, नगरपारा पूरब,सिंहपुर पूरब, सिंहपुर पश्चिम,भवानीपुर, रायपुर,जयपुर चुहर पूरब,जयपुर चुहर पश्चिम,बैकठपुर दुधेला, सहजादपुर में भी पीडीएस दुकान का यही हाल है।
पिछले दिनों नगरपारा दक्षिण पंचायत के डीलर नंदन सिंह,शिवनंदन सिंह के बारे बीडीओ हरिमोहन कुमार को उपभोक्ताओं के द्वारा कहां गया था कि यहां प्रति यूनिट ₹20 ज्यादा और एक किलो कम खाद्यान्न दे रहा है शिकायत मिलने पर बीडीओ के निर्देश पर प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी सुभाष कुमार ने नंदन सिंह और शिवनंदन सिंह के पीडीएस दुकान का जांच किया। जांच के क्रम में शिकायत को सही पाया और डीलर को निर्देश दिया कि निर्धारित दर पर राशि लेकर सही वजन दीजिये लेकिन डीलर ने अधिकारियों के आदेश का अवहेलना किया। जाँच के बाद डीलर ने कहा कि मैं राशि ज्यादा लूँगा,वजन कम दूँगा जहाँ जाना है जा सकते हो। जांच के बाद उपभोक्ता डीलर शिवनंदन सिंह और नंदन सिंह के दुकान पर राशन लेने गया तो डीलर ने साफ शब्दों में कहा कि मैं रुपया ज्यादा लूंगा तो ग्रामीणों ने नवगछिया अनुमंडल अधिकारी को सामूहिक हस्ताक्षरयुक्त आवेदन सोमवार को दिया है। इस तरह से राशि और दर की असमानता से जाहिर होता है कि विभागीय शिथिलता जरूर है।