भागलपुर की मोजाहिदपुर पुलिस ने सीवान के साइबर ठग नीतीश कुमार तिवारी को गिरफ्तार किया है। उसकी निशानदेही पर गोड्डा में छापेमारी की गई। वहां से दो लैपटॉप समेत कई इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बरामद किए गए हैं। एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि साइबर ठग की निशानदेही पर गिरोह में शामिल लोगों का पता लगाया जा रहा है।
एसएसपी ने कहा कि मंगलवार शाम को बांका जिले के रजौन थाना क्षेत्र के नवादा गांव के रंजीत कुमार मंडल बौंसी रोड स्थित यूको बैंक की एटीएम से रुपये निकालने गया था। इसी दौरान साइबर ठग ने रुपये निकासी के लिए हेल्प करने के नाम पर एटीएम बदल लिया। रंजीत कुमार को शक हुआ और उसने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने तुरंत साइबर ठग को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान गिरोह का खुलासा हुआ। सिटी एसपी एसके सरोज के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया।
सिटी डीएसपी राजवंश सिंह, मोजाहिदपुर थानेदार प्रमोद कुमार, दारोगा विनोद मिश्रा, संजय कुमार सिंह और साइबर सेल प्रभारी को पुलिस टीम के साथ गोड्डा भेजा गया। उसके कमरे में छापेमारी की गई तो दो लैपटॉप, 13 एटीएम कार्ड, सात सादा एटीएम कार्ड, मैग्नेटिक कार्ड रीडर, डिवाइस, हुक्का, मोबाइल और बाइक बरामद की गई। गिरोह का साथी कमरे से फरार हो गया था। एसएसपी ने कहा कि साइबर ठक सीवान जिले के जीवी नगर थाना क्षेत्र के माधवानगर का रहने वाला है। साइबर ठग की गिरफ्तारी बड़ी उपलब्धि है। टीम में शामिल पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
ऐसे क्राइम को देता था अंजाम
साइबर ठग ने कहा कि गिरोह के सदस्य एटीएम के पास खड़े रहते हैं। ग्राहक को अगर परेशानी होती तो मदद के नाम पर एटीएम कार्ड बदल लिया जाता है और साइड से पिन कोड देख लिया जाता है। मौका नहीं मिलने पर डिवाइस से एटीएम स्कैन कर लिया जाता है। एटीएम नंबर के आधार पर बैंक खाते का डिटेल मिल जाता है। सादा एटीएम कार्ड में नंबर पंचिंग कर कोड डालकर रुपये की निकासी कर लिया जाता है। गिरोह के सदस्य बिहार और झारखंड समेत अन्य राज्यों में फैला है। एक जिले में चार-पांच ठगी करने के बाद दूसरे जिले में चले जाते हैं, ताकि पहचान होने पर गिरफ्तारी नहीं हो सके।
सालभर का निकाला जाएगा कॉल डिटेल
सिटी एसपी ने कहा कि गिरफ्तार साइबर ठग के मोबाइल का एक साल का कॉल डिटेल निकाला जाएगा। इससे पता चलेगा कि गिरोह में कितने लोग शामिल है। किस जिले में ठगी किया गया है। भागलपुर में दर्ज पुराने मामले की जांचकर समीक्षा कि जाएगी। साइबर ठग ने कहा कि बांका के बौंसी और ईशीपुर में ठगी के बाद भागलपुर आए थे। गिरोह के साथ रुपये लेकर फरार हो गया है।