बिहार विधानसभा चुनाव के पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार के खिलाफ बेरोजगारी को मुद्दा बनाया है। बेरोजगारी व सरकारी संस्थाओं के निजीकरण के मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि वे बुधवार की रात नौ बजे नौ मिनट तक घरों की लाइट ऑफ कर एक दीया, लालटेन या मोमबत्ती जला कर विरोध प्रकट करें। तेजस्वी यादव ने फेसबुक लाइव के माध्यम से यह अपील की है। उधर, इस मामले में तेजस्वी पर हमलावर जनता दल यूनाइटेड ने कहा है कि लालू-राबड़ी के राज के मुकाबले वर्तमान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के काल में कई गुना नौकरियां दी गईं हैं।
बेरोजगार युवकों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने किया आह्वान
तेजस्वी ने यह भी ष्पस्ट किया है कि यह बेरोजगारी के खिलाफ यह उनकी पार्टी का आंदोलन नहीं है। बेरोजगार युवकों और कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं ने बुधवार की रात नौ बजे नौ मिनट तक दीया, लालटेन या मोमबत्ती जलाने का आह्वान किया है, जिसे उनकी पार्टी समर्थन दे रही है। उन्होंने कहा कि वे खुद भी मां राबड़ी देवी के साथ छत पर लालटेन लेकर खड़े रहेंगे।
तेजस्वी ने कहा: बिहार में सात करोड़ युवा बेरोजगार
तेजस्वी यादव ने कहा कि बेरोजगारी देश की सबसे बड़ी समस्या है। बिहार में सात करोड़ युवा बेरोजगार हैं। कोरोना संक्रमण के काल में घर लौटे लोगों को नीतीश सरकार रोजगार उपलब्ध कराने में विफल रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद सरकार ऐसा करने में विफल रही है।
आरजेडी बना रहा राज्य में राेजगार का रोडमैप
फेसबुक लाइव के माध्यम से उन्होंने कहा कि अगर आरजेडी को बिहार में सरकार बनाने का मौका मिला तो सभी काबिल युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। पार्टी इसके लिए विशेषज्ञों की मदद से रोडमैप बना रही है, जिसे लेकर वे जल्द ही सामने आएंगे। पार्टी ने इसके लिए पहले से ही बेराजगार युवकों के निबंधन के लिए वेबसाइट और टोल-फ्री नंबर जारी किए हैं।