अनुमंडल का सबसे बड़ा अस्पताल नवगछिया स्थित अनुमंडल अस्पताल है. 10 लाख से अधिक लोग इस अस्पताल पर आश्रित हैं. लेकिन अस्पताल की मौजूदा हालात यह है कि अगर कोई मरीज प्यासा है तो उसके लिए एक घूंट पानी की व्यवास्था नहीं है. अस्पताल कर्मी और सुरक्षा गार्ड भी अपने अपने घरों से पानी लेकर आते हैं. आरओ और चापानल कई दिनों से खराब है, जिस पर किसी का ध्यान नहीं है. दूसरी तरफ अस्पताल के आपातकालीन स्ट्रेचर पर गंदा बेड सीट बिछाया गया था, जिस पर खून लगे हुए थे और बाल भी गिरे हुए थे. अस्पताल की इस व्यवास्था पर जब भागलपुर के सीएस उमेश शर्मा के संज्ञान में आया तो वे नाराज दिखे, उन्होंने संबंधित लोगों को तुरंत व्यवास्था में सुधार का निर्देश दिया.
गुरुवार को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल का प्रमंडलीय आयुक्त डीएन पांडेय ने निरीक्षण किया. उन्होंने प्रसव कक्ष, विभिन्न कार्यालयों और ओपीडी का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंने सीएस की मौजूदगी में अस्पताल के पदाधिकारियों के साथ एक घंटे तक बैठक किया और आवश्यक निर्देश देते हुए अस्पताल से रवाना हो गए. फिर भागलपुर के सीएस ने अस्पताल कर्मियों के साथ बैठक कर सुविधाओं को कैसे अपडेट और अपग्रेड किया जाय, इस पर विचार विमर्श किया.
बैठक के बाद सीएस ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि आयुक्त महोदय ने नियमित रूप से रोगी कल्याण समिति की बैठक करने का निर्देश दिया है. सीएस ने कहा कि अस्पताल में अल्ट्रा साउंड की व्यवास्था तत्काल किया जाएगा. जिसको लेकर यहां के पदाधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है. उन्होंने कहा कि पेड़ के नीचे गर्भपात होने के मामले में संबंधित कर्मियों को स्पष्टीकरण पूछा गया था जिसका जवाब आ गया है. उत्तर संतोषजनक है. रंगरा और इस्माइलपुर में बाढ़ को लेकर तमाम इंतजामात करने का निर्देश वहां के पीएचसी प्रभारी को दिया गया है. जबकि बिहपुर पीएचसी की घटना के संदर्भ में भी जांच किया गया था.