खरीक प्रखंड के मिरजाफरी गाँव में ऑंगनबाड़ी केंद्र संख्या 146 में व्याप्त अनियमितता, सेविका की मनमानी समेत अन्य मामलों को लेकर उक्त केंद्र के पोषक क्षेत्र के ग्रामीणों ने डीएम, डीपीओ, एसडीओ, बीडीओ एवं सीडीपीओ को आवेदन दिया है. आवेदन में ग्रामीणों ने कहा है कि उक्त केंद्र की सेविका सोलत खातुन की मनमानी चरम पर है.
सेविका ना ही पोषाहार, टीएचआर का सरकारी मानक के अनुरूप वितरण करती है और ना ही केंद्र का सुचारू ढंग से संचालन करती है.विरोध करने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देती है. केंद्र पर मीनू चार्ट भी नहीं लगाती है. पिछले कई माह से सेविका खुद ही सचिव का भी हस्ताक्षर कर पोषाहार, टीएचआर का निकासी कर रही थी. जानकारी होने पर बैंक ने निकासी पर रोक लगा दिया. सेविका नियमों को ताक पर रख गुपचुप तरीके सचिव का चयन कर ली है.
सेविका ने बताया कि उपर से ही वर्तमान में राशि कम आ रही है। जिसके कारण सभी लाभार्थी के बीच हर माह वितरण नहीं हो पा रहा है.बांकी सभी आरोपी निराधार है.कोई भी केंद्र पर आकर जाँच कर सकते हैं.कुछ निजी स्वार्थ और ग्रामीण राजनीति से ग्रसित होकर मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.