नवगछिया अनुमंडल कारा में सोनवर्षा निवासी संतोष कुमार की संदेहास्पद मौत मामले में बरारी पुलिस के समक्ष अनुमंडल कारा के कक्षपाल ने अपना बयान दिया है. कक्ष पाल शत्रुघन कुमार सिंह ने कहा है कि संतोष 18 जुलाई को जेल आया था. शनिवार को अचानक उसकी तबियत बिगड़ गयी. कक्षपाल शत्रुघन कुमार सिंह का कहना है कि तबियत बिगड़ने के तुरंत बाद अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक के अनुशंसा के आलोक में संतोष को जेएलएनएमसीएच मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सकों द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया.
बात पिछले वर्ष 23 अक्तूबर की है. बिहपुर के सोनवर्षा निवासी कपिलदेव दास के संदेहास्पद हत्या कर दिये जाने का मामला प्रकाश में आया था. इसी मामले में मृतक कपिलदेव दास की पत्नी मीना देवी ने गांव के ही संतोष कुमार और तेजनारायण दास को नामजद किया था. मीना देवी का आरोप है कि 23 अक्तूबर को दिन के दो बजे दोनों आरोपियों द्वारा कपिलदेव को घर से बुला कर चुनाव प्रचार के लिये ले जाया गया और जहरीला पदार्थ खिला कर उसकी हत्या कर दी. हालांकि संतोष के परिजनों का कहना है कि वह निर्दोष था और उसे बेवजह फंसाया गया था. इसी मामले में इसी वर्ष 17 जुलाई को उसकी गिरफ्तारी की गयी थी.
मनीष को अब तक नहीं आया है होश
उपकारा में एकाएक गंभीर हुए दूसरे बंदी मनीष कुमार को अब तक होश नहीं आया है. मनीष की मां श्वेता देवी को मनीष के पास रहने की इजाजत दी गयी है. मनीष की मां ने बताया कि उसके पुत्र को अब तक होश नहीं आया है. न तो डॉक्टर कुछ बताने को तैयार है और न ही पुलिस. मनीष की मां ने कहा कि विगत माह में मनीष ने उसके साथ मारपीट की थी, जिसके बाद उसने मामले की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उसी प्राथमिकी के आधार पर मनीष को जेल भेजा गया था.