भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर ,के अपर समाहर्ता सह अपर जिला दंडाधिकारी शिव कुमार शैव व सिविल सर्जन उमेश शर्मा अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया का औचक निरीक्षण किया. इस क्रम में दोनों पदाधिकारियों ने अस्पताल के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न तरह की सुविधाओं की समीक्षा भी की. अपर समाहर्ता शिव कुमार शैव ने समीक्षा और निरीक्षण कार्यक्रम के बाद मीडिया कर्मियों से मुखातिब होकर बताया कि अस्पताल में सफाई, रोगी की देखभाल व इलाज जैसे विभिन्न प्रकार के बिंदुओं पर सीएस के साथ समीक्षात्मक बैठक की गई
. जहां निर्देश दिया गया है कि- सबसे पहले साफ-सफाई, आने वाले मरीजों की भर्ती व इलाज के लिए समुचित प्रबंध रखा जाय. शुद्ध पेयजल नहीं होने की व्यवस्था पर बोले जहां भी कमी है, वहां पानी की व्यवस्था रखा जाए. साथ ही स्टॉप की कमी पर बोला गया कि इसकी भी समीक्षा उन्होंने सीएस के साथ की है. जो भी नर्स, ड्रेसर, ऑपरेशन के असिस्टेंट जो हमारे सदर अस्पताल से है. उस कमी को वह यहां पूरा हो. अपर समाहर्ता ने बताया कि- नवगछिया एक सुदूर इलाका है.
यहां बड़ी आबादी है. करीब एक जिलेभर की आबादी है. इसलिए यहां सदर अस्पताल की तरह इलाज होनी चाहिए. वहीं आंख इलाज के लिए अच्छी डॉक्टर बैठने की बात कही है. जो कम से कम 3 दिन नवगछिया अस्पताल में बैठेंगे. साथ हीं अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था नहीं रहने पर बोले कि यहां अल्ट्रासाउंड की भी कमी जरूर है. उसके लिए एक्सपर्ट चाहिए. जिसे बुलाकर ट्रेनिंग देने की बात कहीं गई है. वहीं दवाई के लिए आए मरीजों को 2:00 बजे तक पर्ची दिए जाने और 2:00 बजे हीं ओपीडी बंद होने पर बोले कि- जिस मरीज को दवाई के लिए पूर्जा मिल गई है,
उसे हर हाल में दवाई देना है, इसलिए ओपीडी कम से कम 30 मिनट के बाद बंद हो. वहीं स्टाफ की कमी के बारे में जल्द पूरा कर लेने की बात बोले हैं. ब्लड बैंक को लेकर भी चर्चा हुई. जिसके लिए कूल स्टोरेज नहीं है. उसे भी पूरा करने की बात कही गई है. अभी अस्पताल में कुल 58 प्रकार की दवाई उपलब्ध होने की बात बोले गए हैं. नवगछिया क्षेत्रों में बाढ़ के पानी नीचे उतरने के बाद उसके सरंद से होने वाली महामारी जैसी बीमारी को लेकर बताया गया कि- आपदा प्रबंधक व स्वास्थ्य विभाग संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं. शुद्ध पेयजल के लिए हैलोजन टेबलेट व छिड़काव पर भी काम की तैयारी की जा रही है. इस अवसर पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अरुण कुमार सिन्हा, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ब्रजभूषण मंडल, लेखापाल अमित कुमार, परामर्शी अजय कुमार सिंह, प्रवीण जगन्नाथ, रविंद्र कुमार, सोनू कुमार समेत अन्य भी मौजूद थे.