बिहार में सोमवार की सुबह छह बजे से बिहार ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन ने 20 सूत्री मांगों को लेकर चक्का जाम करने का निर्णय लिया है। ये बातें शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में एसोसिएशन के अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने कही।
उन्होंने बताया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, आंदोलन चलता रहेगा। आंदोलन की सारी जवाबदेही राज्य सरकार की होगी। ट्रकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सारी सेवाएं बाधित रहेंगी। दूध, दवा, बस, एम्बुलेंस और कैश वैन को नहीं रोका जाएगा। ट्रकों के चक्का जाम होने से फल, सब्जी और अन्य खाद्य सामाग्री एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं जा सकेंगे।
अध्यक्ष ने कहा कि पिछले साल 22 अक्टूबर को भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की गई थी। सरकार ने 14 सूत्री मांगों को पूरा करने का आश्वासन देकर जाम को स्थगित कर दिया, लेकिन एक भी मांगें पूरी नहीं की गईं। प्रशासन के उपेक्षापूर्ण रवैया के कारण ट्रक व्यापार बद से बदतर स्थिति में पहुंच गया है। खासकर कोरोना काल ने ट्रकों के व्यापार को रसातल में पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में सड़क महाजाम, विभिन्न पुलों पर रोक एवं वर्तमान वित्तीय वर्ष में कोविड-19 (कोरोना) लॉकडाउन से परेशान ट्रक मालिकों को 01 मार्च 2020 से 31 मार्च 2021 तक के रोड टैक्स को अविलम्ब पूर्णतः माफ किया जाय।
फिटनेस, परमिट, बीमा एवं लाइसेंस सहित अन्य कागजातों की वैधता 31 मार्च 2021 तक बढ़ायी जाय। ट्रक मालिकों की माली हालत को देखते हुए बिहार सरकार डीजल पर अपने राज्य उपकर टैक्स को अविलम्ब वापस लें। गैर कानूनी ढंग से सरकारी बैंक, प्राइवेट फाइनेन्स कम्पनी, प्राइवेट बैंक के गुंडों के द्वारा सरेआम रोड पर किस्त वसूलने के नाम पर की जा रही गुंडागर्दी एवं ट्रक को लूट एवं गायब करने की कार्रवाई पर अविलम्ब रोक लगायी जाए। राज्य के सभी बालू खदानों से निर्धारित मूल्य पर बालू की आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
– जेपी सेतु, राजेन्द्र सेतु एवं राज्य के बंद पड़े अन्य सेतु पर उत्तर बिहार से लौट रही खाली ट्रकों का परिचालन शुरू कराया जाए
– लॉकडाउन से परेशान ट्रक मालिकों को 01 मार्च 2020 से 31 मार्च 2021 तक के रोड टैक्स को अविलम्ब पूर्णतः माफ किया जाय