इस्माइलपुर प्रखंड में इन दिनों कई अधिकारी समय पर नहीं आने के साथ-साथ कार्यालय तक भी नहीं खुल पाता है। गुरुवार को पिछले कई महीने से बाल विकास परियोजना कार्यालय नहीं खुलने के कारण और स्थानीय लोगों के द्वारा विरोध भी किया गया। स्थानीय उमाकांत यादव बताते हैं कि यहां पर जो भी कार्यालय है वह भगवान भरोसे है। यहां के अधिकारी कई प्रखंड के प्रभार में रहने के कारण कार्यालय लगभग बंद ही रहता है। झोले में कार्यालय कर्मी ले करके घूमते रहते हैं। इस्माइलपुर प्रखंड में सीडीपीओ एवं मनरेगा के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी भी कार्यालय नहीं आते हैं।
भिठा पंचायत के मुखिया किरण देवी बताते हैं कि अधिकारियों को नहीं होने के कारण लोगों को कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। लेकिन कार्यालय नहीं खुल पाता है। पंचायत समिति सदस्य वरुण मंडल बताते हैं।कि हम लोगों ने कई बार अधिकारियों को रहने की बात बैठक में उठाया लेकिन इसका कोई असर नहीं होता है। इस्माइलपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी अनिल कुमार बताते हैं कि हम लोगों ने कई बार अधिकारियों को चेतावनी दिया लेकिन अधिकारी समय पर नहीं आते हैं।
वही प्रखंड कृषि पदाधिकारी गोपालपुर प्रभार में है बाल विकास पदाधिकारी भागलपुर से ही कार्यालय चलाते हैं मनरेगा के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी गोपालपुर प्रखंड में प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी के प्रभार में हैं जिसके कारण वह भी यहां पर समय नहीं दे पाते है।पशु चिकित्सा पदाधिकारी बीमार रहने के कारण कार्यालय नहीं आती है। कर्मियों के भरोसे यहां पर कार्य होता है।