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भागलपुर/ निभाष चंद्र मोदी

अब कचरे से बिजली उत्पन्न कर रहा

इससे पहले कबाड़ के सामानों से बनाया था बैटरी से चलने वाला मोटरसाइकिल और लैंडमाइंस

भागलपुर, कहते हैं कुछ कर गुजरने की जब मन मे चाहत हो तो परिस्थितियां कैसी भी हो लक्ष्य की प्राप्ति अवश्य ही होती है। इसे साबित कर दिखाया भागलपुर के लाल राजा राम ने। दरअसल जिले के कहलगांव अनुमंडल के सलेमपुर सैनी निवासी अभय राम उर्फ बुग्गी राम के 17 वर्षीय बेटे राजाराम ने अपनी लाजवाब सोच का बेहतरीन नमूना पेश करते हुए फिर से कमाल किया है। दरअसल बैटरी से स्कूटी बनाने वाले राजा राम ने अब कचरा से बिजली उत्पन्न कर दिया। उसने लोहे का एक डाला बनाया है, जिसमें कुछ तकनीकी सामानों को जोड़कर बैटरी और बल्ब से कनेक्ट किया है। वह डाला में कचरा डालकर उसमें आग लगा देता है। जिससे बैटरी चार्ज होती है और बल्ब जल जाता है।


उसने इस विधि को कैमरे पर दिखाया है। राजा राम के पिता मजदूरी करते हैं। उससे ही पैसे बचा कर उस पर खर्च करते हैं। कमजोर आर्थिक स्थिति और संसाधन की कमी से वह आगे नहीं बढ़ पा रहा है। छोटे से कमरे में ही वह हर रोज नए-नए प्रयोग कर रहा है। राजाराम ने बताया कि उसने पहले माइंस बनाया था ,फिर बैटरी से स्कूटी बनाया और अब कचरा से बिजली उत्पन्न किया है। उसने कहा कचरे से पर्यावरण पर असर पड़ता है अगर उस कचड़े से बिजली बना दें तो वह उपयोगी होगा। संसाधन की कमी है, सरकार की तरफ से उसे मदद मिले तो इसमें बेहतर कर सकता है, इसे विकसित कर प्लांट का रूप दे सकता है।राजाराम आगे और भी कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है,
राजा राम के परिवार में फिलहाल मां पिताजी और दो भाई हैं, भाई भी मजदूरी करता है। छोटे से घर में राजा मां के साथ वह रहता है।

युवा वैज्ञानिक राजाराम ने आर्थिक मदद के लिए सरकार से लगाई है गुहार

एक छोटे से गांव सलेमपुर सैनी का रहने वाला युवा वैज्ञानिक राजाराम ने कई ऐसे आविष्कार किए हैं जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे लेकिन उनका आविष्कार घर तक ही सीमित है ,राजाराम का कहना है अगर हमें सरकार की ओर से आर्थिक मदद मिले तो मैं अपनी कई आविष्कार को पूरे विश्व पटल पर ला सकता हूं और यह लोगों के लिए काफी फायदेमंद होगा, वही राजाराम अपनी आर्थिक स्थिति खराब होने की बात कहते कहते उनके आंखें नम हो गई ,उसने कहा मेरे पिताजी मजदूरी करते हैं मेरा छोटा भाई मजदूरी करता है दो वक्त की रोटी जुटाने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है, मैं उसी में से दो पैसे काट कर किसी तरह अपने कई प्रोजेक्ट में लगा हुआ पैसे के अभाव में मेरा कई प्रोजेक्ट अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है अगर मुझे सरकार की ओर से किसी तरह की आर्थिक सुविधा मिले तो मैं अपने भारतवर्ष को कई आविष्कार दे सकता हूं जिससे लोग काफी लाभान्वित होंगें।

ट्रिपल आईटी के मैकेट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट के प्रोफ़ेसर डॉ गौरव ने राजाराम के कार्यों को खूब सराहा

वही इसको देखते हुए मैंकेट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट ट्रिपल आईटी के प्रोफ़ेसर डॉक्टर गौरव कुमार ने युवा वैज्ञानिक राजाराम के कार्यों की खूब सराहना की है, भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान ( IIIT ) भागलपुर के मैकेट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ गौरव ने लड़के की मेहनत से काफी प्रभावित हुए हैं।उन्होने कहा कि तीन अन्य तरीके से बिजली उतपन्न किया जा सकता है, सी बैक विधि से कचड़े से बिजली बनाया जाता है इसमे प्रदूषण का भी खतरा रहता है लेकिन वो प्रदूषण रोकने पर भी काम कर ले तो कारगर साबित होगा। उन्होने कहा कि IIIT भागलपुर में इन्क्यूबेशन सेंटर है यहाँ स्टार्टअप को हमलोग बढ़ावा देते है। लड़का चाहे तो अप्लाई कर सकता है।बहरहाल राजा ने इससे पहले बैटरी स्कूटी बनाया था। आर्थिक स्थिति सही नहीं रहने के कारण उस पर आगे काम नहीं कर पा रहा है। इस युवा वैज्ञानिक राजाराम को हर संभव मदद की जाएगी।

निष्ठावान और लगनशील राजा उम्मीद नहीं हारता

निष्ठावान लगनशील राजा उम्मीद नहीं हारते हुए हर दिन कुछ बेहतर कर रहा है। बस जरूरी है तो एक बेहतर प्लेटफार्म और सरकार के नजर की, सरकार अगर ध्यान दें तो राजाराम देश के हित में बहुत कुछ बेहतर कर सकता है। युवा वैज्ञानिक राजाराम से गांव वाले भी काफी प्रभावित रहते हैं हर दिन राजाराम कुछ नया करने की सोचता है गांव वालों को उम्मीद है जल्द हमारा गांव भी युवा वैज्ञानिक राजा राम के नाम से जाना जाएगा

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