भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर,देवताओं के लेखपाल भगवान चित्रगुप्त की पूजा शहर में लोगों ने श्रद्धा के साथ किया। मनुष्यों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा चित्रगुप्तजी रखते हैं। उनकी पूजा के दिन नई कलम दवात या लेखनी की पूजा उनके प्रतिरूप के तौर पर की जाती है। लेखनी की पूजा से वाणी और विद्या का वरदान मिलता है।
कायस्थ या व्यापारी वर्ग के लिए चित्रगुप्त पूजा दिन से ही नववर्ष का आगाज माना जाता है। इस दिन व्यापारी नए बही खातों की पूजा करते है। नए बहीखातों पर श्री लिखकर कार्य प्रारंभ करने का विधान है। शहर के सिकंदरपुर में एकमात्र चित्रगुप्त मंदिर मैं धूमधाम के साथ चित्रगुप्त पूजा मनाई गई। काफी संख्या में लोग पूजा में पहुंच कर भगवान चित्रगुप्त से परिवार के सुख समृद्धि को लेकर वरदान मांगा।