प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को 516 करोड़ की लागत से निर्मित कोसी महासेतु का उद्घाटन कर दिया। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज इस ऐतिहासिक रेल पुल का उद्घाटन हुआ, यह काफी खुशी की बात है। हम रेल मंत्री रहे हैं और उसके बाद बिहार का काम देख रहे हैं। इस पुल के निर्माण को लेकर हम लोगों ने काफी प्रयास किया। यह मेरे लिए व्यक्तिगत खुशी की बात है।
सीएम नीतीश ने कहा कि मेरे जैसे व्यक्ति के लिए कितनी प्रसन्नता होगी, आप समझ सकते हैं। हम लोगों ने इन रेल परियोजनाओं की शुरूआत की थी और आज यह पूरा हुआ। सीएम नीतीश ने कहा कि 10 सालों में कहां काम हुआ था? सीएम नीतीश कहा कि मोदी जी आप प्रधानमंत्री बने तो अब इन रेल परियोजनाओं का उद्घाटन हो रहा है।
वहीं बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान बिहार के मजदूर अन्य राज्यों में फंसे हुए थे, तब केंद्री की नरेंद्र मोदी सरकार ने मजदूरों के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेनें चलायीं और 1371 स्पेशल ट्रेन से 19 लाख 72 हजार लोगों को निःशुल्क अपने घरों तक पहुंचाने का काम किया है।
इस मौके पर वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आज का दिन बिहार के इतिहास में स्वर्णिम दिन साबित होने वाला है। 1934 के भूकंप ने बिहार के कोसी क्षेत्र को मिथिलांचल से अलग कर दिया। उसी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों से आज फिर जोड़ा जा रहा है।
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के बचपन का नाम नरेंद्र था। एक नरेन्द्र ने भारत को विश्व गुरु बनने का सपना देखा था, आज एक नरेन्द्र उनके सपनों को पूरा कर रहे हैं।