- विधायक ने कहा, नहीं चलेगी किसी की दादागिरी, किसानों की जमीन छोड़ दें अपराधी, नहीं तो भोगेंगे गंभीर परिणाम
नवगछिया – कोसकीपुर सोहौड़ा के 84 पर्चा धारियों की 84 एकड़ जमीन पर अपराधियों ने बंदूक की नोक पर कब्जा जमा लिया है. जब किसान खेत पर जा रहे हैं तो उन्हें अपराधियों द्वारा भगा दिया जा रहा है. सोमवार को कोसकीपुर सोहौड़ा पहुंचे गोपालपुर विधानसभा के विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल से पीड़ित किसानों ने जमीन पर दखल दिलवाने की मांग की है. किसानों ने कहा कि इस बार कुछ किसान पानी उतरने के बाद फसल की बोआई करने गए तो उन्हें भाग दिया गया.
जबकि वर्ष 2021 में अपराधियों ने सभी किसानों पर चिड़ियां मारने वाले बंदूक से हमला बोल दिया था. किसानों का कहना कि अपराधियों ने नकली बंदूक से हमला बोल कर करीब सात किसानों को घायल कर दिया था. सात किसानों में चार महिलाएं थी. किसान झालिया देवी पति – दशेश्वर पासवान, वंदना देवी पति – बुधन पासवान, फूलकुमारी पति स्व श्यामल पासवान, चिंता देवी पति – सरोज पासवान, पुतुल देवी पति विशेश्वर पासवान, वार्ड सदस्य साधना देवी, पति अरविंद पासवान ने बताया कि अभी भी कोसी दियारा में सामाजिक न्याय स्थापित नहीं हो गया है. वे लोग दलित हैं और कमजोर हैं. जीविकोपार्जन के लिये मेहनत मजदूरी के सिवा कोई दूसरा उपाय नहीं है.
ऐसी स्थिति में कुल 84 लोगों को सरकार ने जीविकोपार्जन के लिये बिहार सरकार ने प्रति किसान एक एकड़ कोसी किनारे की जमीन का पर्चा वर्ष 2006 में दिया. 2012 में एक बार नापी हुई फिर वर्ष 2015 में नापी कर उनलोगों को जमीन चिन्हित कर दिया गया. लेकिन जब भी वे लोग खेत पर गए तो उनलोगों को खेती से वंचित किया गया. अगर किसी किसान ने अपराधियों का सामना करते हुए जमीन को जोत भी लिया तो उसका फसल अपराधी ही घर लेकर जाते हैं. वे लोग अपराधियों से मुकाबला करने में सक्षम नहीं है. किसानों ने कोसी दियारा में खेती के लिये सुलभ रास्ता तैयार करने की मांग विधायक से की है. किसानों की मांग है कि अगर अगर कोसी दियारा में एक पुलिस चौकी की स्थापना कर दी जाय तो वे लोग भयमुक्त वातावरण में खेती कर सकेंगे.
विधायक ने कहा
कोसी दियारा में किसान इस तरह से उपद्रव करते हैं, उन्हें जानकारी नहीं थी. कभी किसानों ने बताया भी नहीं. आज जब वे कोसकीपुर गांव पहुंचे तो सभी किसानों ने अपना दुखनाम उन्हें सुनाया. विधायक ने कहा कि बिहार में कानून का राज है. दादागिरी और रंगबाजी चलने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने अपराधियों को किसानों की जमीन छोड़ देने की अपील की है, अन्यथा गंभीर परिणाम भोगने के लिये तैयार रहने की चेतावनी दी है. विधायक ने कहा कि हर हालत किसानों को उनकी जमीन पर दखल करवाया जाएगा. मौके से ही विधायक ने नवगछिया के अनुमंडल पदाधिकारी उत्तम कुमार से बात की और मामले में ठोस पहल करने को कहा.
700 एकड़ गैरमजरूआ जमीन पर है अपराधियों का कब्जा
कोसी की धारा काफी चंचला होती है. 40 से 50 वर्षों में धारा अपना कोर्स चेंज कर लेती है. ऐसी स्थिति में सैकड़ों एकड़ जमीन पर कोसी नदी का प्रवाह हो जाता है तो सैकड़ों एकड़ जमीन कोसी के कोख से बाहर निकल आती है. कोसकीपुर गांव के बूढ़े बुजुर्गों का कहना है कि सरकारी रिकार्ड में करीब 700 एकड़ जमीन कोसी से पिछले 20 वर्ष पहले निकल गयी है. इसी जमीन में से जीविकोपार्जन के लिये 84 भूमिहीनों को सरकार द्वारा जमीन का पर्चा दिया गया था, बांकी जमीन पर जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली स्थिति है.