- अब मुख्यमंत्री करेंगे जिलाध्यक्ष का मनोनयन
नवगछिया – जदयू जिलाध्यक्ष पद के लिये पूर्व घोषित चुनाव की प्रक्रिया में जिलाध्यक्ष पद पर कुल 11 दावेदारों के सामने आने के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया है. जानकारी मिली है कि गोपाल गौशाला में चुनाव की प्रक्रिया होनी थी. जिसको लेकर सभी डेलीगेट समय से पहुंच गए थे. नामांकन प्रक्रिया शुरू होते ही कुल उपरोक्त पद पर कुल 13 पर्चे सामने आए. पर्चों की जांच के क्रम में पार्टी के जिलानिर्वाची पदाधिकारी ने एक पर्चा को मौके पर ही रद कर दिया जबकि एक ही पद के लिये एक दावेदार ने दो सेट में पर्चा भर दिया है. पर्चों की छंटनी के बाद कुल ग्यारह दावेदार उक्त पद पर सामने आए.
जिनमें निवर्तमान जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह कुशवाहा, वीरेंद्र रजक, मो शाहिद रजा, कुंदन कुमार भारती, मो इफ्तेखार आलम, त्रिपुरारी कुमार भारती, मदन राम, चंदन जायसवाल, डॉ दीपक कुमार साह, दिलीप मंडल, कुमार मिलन सागर थे. अधिक दावेदारों को देखते हुए निर्वाची पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह ने चुनाव को स्थगित कर दिया. निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि यह एक परिवार का चुनाव है. ज्यादा प्रत्याशियों के सामने आने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गयी. पार्टी में कोई अप्रिय घटना न घटे इसके लिये चुनाव स्थगित कर दिया और मौके पर ही सबको बताया कि हमारे सर्वमान्य नेता माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. इसलिये अब नवगछिया जिलाध्यक्ष पद पर वे ही किसी योग्य व्यक्ति का मनोनयन करेंगे जो सर्वमान्य होगा.
जदयू प्रवक्ता ने कहा
जदयू के प्रवक्ता रवि कुमार ने कहा कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह ने जैसे ही सभी प्रत्याशी से चुनाव कराने के पक्ष में राय मांगा. निवर्तमान जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह को छोड़ अन्य सभी प्रत्याशी चुनाव रद्द करवाने की मांग करने लगे. सभी प्रखंड अध्यक्ष और डेलीगेट्स चुनाव कराने की जिद पर अड़ गये और वीरेंद्र कुमार सिंह के समर्थन में खड़े हो गए. जिसके बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह और पर्यवेक्षक साधना सदा ने विवाद की स्थिति में प्रदेश निर्वाचन पदाधिकारी की सहमति से चुनाव को रद्द कर दिया.
कोर कमेटी में चहेते लोगों को दिया जगह, निष्पक्ष नहीं होता चुनाव
युवा जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष त्रिपुरारी कुमार भारती ने कहा कि चुनाव के लिये घोषित कोर कमेटी में चहेते लोगों को जगह दिया गया था. एक ही परिवार से कई लोगों को कोर कमेटी में शामिल किया गया था. अगर चुनाव होता तो यह निष्पक्ष नहीं होता. हमें अपने नेता नीतीश कुमार पर पूर्ण निष्ठा है. वे जिन्हें यह दायित्व सौपेंगे, सर्वमान्य होगा.