खरीक के चोरहर से 2 किलोमीटर पश्चिम तकरीबन 500 मीटर के दायरे में बगजान बांध ध्वस्त होने से कोसी का पानी बगड़ी,सुरहा समेत आसपास के तकरीबन 200 एकड़ खेत में कोसी नदी का पानी फैल गया है जिससे लाखों रुपए की लागत से किसानों का तैयार केले का फसल बर्बाद हो गया.
कई किसानों के खेतों में लगे दलहन धान समेत अन्य मवेशियों के लिए लगे चालाकी फसलें नष्ट हो गई जिससे किसान बर्बाद हो गए. तटबंध टूटने से किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. चोरहर के पीड़ित किसान अवधेश पंडित सिकंदर मेहता अशोक यादव आशीष राय दिवाकर गोस्वामी सुखदेव मेहता बकरी के किसान अनूप लाल यादव शंकर यादव मुरलीधर यादव पंकज यादव योगेंद्र यादव समेत खरीक प्रखंड के सैकड़ों किसानों ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से मुआवजे की मांग की है.
किसानों का कहना है की जल संसाधन विभाग की विफलता और प्रशासन की उदासीनता की वजह से तटबंध टूटा जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है इसकी भरपाई प्रशासन की ओर से हर संभव होनी चाहिए.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
प्रखंड कृषि पदाधिकारी चितरंजन चौधरी ने कहा कि कोसी का पानी खेतों में फैलने से किसानों की फसल क्षति का आकलन कर रिपोर्ट भेजा जाएगा.