भागलपुर/निभाष मोदी
भागलपुर में दुष्कर्म पीड़ित महीला को पांच दिनों से प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ रहें हैं, आलम यह है तीन बच्चों की मां के साथ दुष्कर्म जैसी घटना को अंजाम दिया जाता है लेकिन पुलिस सिर्फ मूखदर्शक बनी रहती है। वहीं मामले को लेकर पीड़ित महिला ने बताया की 21 नवंबर की देर शाम उसके देवर मो गुरफान ने चाकू का भय दिखा कर उसके साथ दुष्कर्म कर लिया, पीड़ित महिला के मुताबिक उस वक्त घर में किसी की मौजूदगी नहीं थी और देवर गुरफान ने अपनी भाभी को दुपट्टा और रस्सियों से बांधकर यह गलत काम किया।
पीड़िता ने बताया की मामले के संदर्भ में उसने पहले इसकी शिकायत अपने ससुरलवालों से की लेकिन पति मो रिजवान सहित उनके ससुरलवालों ने उनकी एक नहीं सुनी हालांकि नजदीकी थाने के अलावा पीड़िता महिला थाने भी पहुंची लेकिन महिला थाना प्रभारी रीता कुमारी ने उनकी एक नहीं सुनी और थाने से निकल जानें को कहा और अभद्र बातें भी की जिसको लेकर शुक्रवार को.
महिला अपने तीन बच्चे समेत सीनियर एसपी बाबूराम के पास पहुंची और मामले में उच्चस्तरीय जांच कर कार्यवाही की मांग करने लगी, पीड़िता ने कहा है चार दीन बीत जानें पर भी उनका मेडीकल जांच नहीं हो पाया है जबकि उनके पति और ससुरालवाले के साथ पुलिस की मिलीभगत है। महिला ने कहा है उनके पति बिना तलाख दिए किसी अन्य महिला के साथ शादी के बंधन में जुड़ गए जिसका आरोप उन्होंने अपने पति और ससुरलवालों पर लगाया है।