भागलपुर/निभाष मोदी
भागलपुर,हर वर्ष हमारा देश एचआईवी एड्स उन्मूलन की दिशा में लगातार कठिन प्रयास कर रहा है, एड्स नामक इस भयानक बीमारी में देश की बड़ी आबादी को अपने प्रभाव में जकड़ लिया है, इसी बाबत हर वर्ष 1 दिसंबर को एड्स दिवस मनाया जाता है जिसको लेकर भागलपुर व भागलपुर के आसपास के कई क्षेत्रों में एड्स जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम किए जा रहे हैं जिसमें लोगों को लक्षण और उनके बचाव के बारे में बताया जाएगा।
जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल भागलपुर के एआरसीसी सेंटर के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रभाती केसरी ने बताया कि एचआईवी एड्स वायरस है जो मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करता है, जब यह वायरस मानव शरीर में प्रवेश करता है तो वह इससे भी एचआईवी पॉजिटिव कहलाती है, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण मानव शरीर में बीमारियां हो जाती हैं इस स्थिति को एड्स कहा जाता है, यह रोग व्यक्ति से असुरक्षित यौन संबंध से ,संक्रमित खून चढ़ाने से संक्रमित मां के उनके होने वाले बच्चे को संक्रमित होने से बचाव करने की सलाह दी ।