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नारायणपुर – प्रखंड क्षेत्र में यूरिया की कालाबाजारी जमकर हो रही है लेकिन इससे विभाग बेखबर है। किसानों को कृर्षि के लिए यूरिया आवश्यक है। दुकानदार कालाबाजारी कर रहे है। हैरानी है की क़ृषि विभाग को किल्लत की जानकरी नहीं है। परन्तु कालाबाजारी की नहीं। किसान अर्जुन यादव, मुरारी यादव, मनीष यादव,रंजीत यादव,रंधीर यादव, योगेंद्र यादव ने बताया कि सरकारी दर पर यूरिया नहीं मिल रहा है। लेकिन दुकान में पांच सौ रूपये प्रति बोरी यूरिया मिल रहा है। जिसकी रसीद दुकानदार किसान को मॉगने पर भी नहीं देते हैं। यूरिया देने के बाद दुकानदार कह देता है कि पांच सौ में यूरिया लिया यह किसी को नहीं बता सकते हैं,नहीं तो और आवश्यकता होगी तो यूरिया फिर दोबोरा नहीं मिलेगा।

इस प्रकार की मनमानी आखिर दुकानदार क्यों कर रहा है इस पर विभाग कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। विभाग क्यों शिथिल पड़ा है।विभाग मौन क्यौं है। इससे किसान क्यों परेशान है। यूरिया ही नहीं यूरिया के अलावा डीएपी, पोटाश भी महंगे दामों पर मिल रहा है। किसान इस बात को लेकर परेशान है कि समय पर खेत में यदि यूरिया नहीं पड़ेगा तो फसल अच्छी नहीं होगी। इस पर कृषि विभाग क्यों चुप है। किल्लत है तो कालाबाजारी कैसे। प्रखंड क्षेत्र में कई अवैध खाद का दुकान भी है इससे विभाग बिल्कुल अनजान बताते है। ऐसा क्यों लग रहा है की कृर्षि कर्मी एवं दुकानदार की मिलीभगत हो सकता है। इधर किसान परेशान हो रहे हैं। अवैध दुकान ने कालाबाजारी को और मजबूत कर दिया है। जिसका शिकार किसान हो रहे हैं। दुकानदार चालाक ऐसे हैं की जॉच होने पर अवैध दुकानदार दुकान बंद करके फरार हो जाते हैं और जो लाइसेंसी दुकानदार हैं वह अपने कागज को मजबूत कर लेता है ऐसे में किसान की परेशानी की समस्या बढ जाती है। बताया जाता है की अवैध दुकानदार ने कालाबाजारी को मजबूत कर दिया है जहॉ यूरिया का कोई लेखा-जोखा अवैध दुकानदार के पास नहीं होता है।

विभाग ने अभी तक अवैध दुकानदार को खोजा नहीं है जिसके कारण अवैध दुकानदार मनमाना कीमत ले रहे हैं लेकिन अवैध दुकानदार यूरिया, पोटाश,डीएपी लाते कहां से हैं। क्या इसका कभी भी कृषि विभाग ने जांच पड़ताल किया है। दुकानदार अवैध तरीके से यूरिया का स्टॉक कर के क्षेत्र में कालाबाजारी को बढ़ावा देते हैं। अवैध दुकान के बारे में तो विभाग करहती है कि ऐसी कोई जानकारी नहीं है लेकिन अवैध दुकानदार खुलेआम किसानों से ज्यादा कीमत पर यूरिया बेच रहे हैं। आखिर इस पर कार्रवाई कब होगी। क्या कहते हैं प्रखंड कृषि पदाधिकारी- प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी महेंद्र राय ने कहा कि यूरिया की किल्लत है। कालाबाजारी की सूचना नहीं है।मामले का जांच पड़ताल किया जाएगा।किसान लिखित आवेदन देते हैं तो जांचोउपरांत कार्रवाई किया जाएगा।

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