नारायणपुर – प्रखंड के बैकठपुर दुधैला पंचायत के गोपालपुर गॉव में शुक्रवार को आग लगने से दर्जनभर घर समेत अन्य समान जल गया था। प्रशासनिक स्तर से सूखा राशन, प्लास्टिक शीट और मुआवजा की राशि अग्नीपीड़ीत परिवार को दिया गया है। परंतु सरकारी तंत्र इतना मजबूत नहीं है कि इस पूस की रात में भी ठंड का सामना करने क़े लिए कोई व्यवस्था किया जाए। अग्निपीड़ितों के लिए इस समय मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास पूस की रात सही बात हो रहा है क्योंकि हल्कू भी पूस की रात में ठिठुर रहा था। वही हाल अग्निपीड़ितों का भी हो रहा है।
आग लगी वरीय अधिकारी और क्षेत्र के सांसद,विधायक एमएलसी को भी पता है लेकिन किसी ने भी इस अग्निपीड़ितों का अभी तक सुधि नहीं लिया है कि इस ठंड से बचने के लिए अग्निपीड़ितों को क्या सुविधा दिया जाए। अग्निपीड़ितों मे राजेश मंडल,प्रमोद मंडल, ज्ञानी मंडल, चंद्रशेखर मंडल,रंजीत यादव कहते हैं कि वोट लेने के समय सभी यहां आते हैं लेकिन अभी ठंड में हम लोग छोटे छोटे बच्चे के साथ परिवार के लोग ठिठुर रहे हैं तो विधायक, सांसद, एमएलसी कोई हमारी सुधि लेने वाला नहीं है। हम लोगों के.
तन पर केवल जो कपड़ा बचा है उसी से समय बिता रहे हैं क्योंकि सारा सामान आग में जल गया है। प्रखंड के नगरपारा उत्तर पंचायत में शनिवार को विधायक इंजीनियर कुमार शैलेंद्र एक विद्यालय का लोकार्पण करने के लिए पहुंचे लेकिन उनको अग्निपीड़ितों से मिलने से ज्यादा महत्वपूर्ण विद्यालय का लोकार्पण करना लगा इसलिए अग्निपीड़ितों से मिलने नहीं पहुंचे। दूसरी तरफ पूर्व सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल का भी यही हाल है उन्होंने भी अग्निपीड़ितों से मिलकर हालचाल जाना उचित नहीं समझा।